आगरा के पश्चिमपुरी स्थित बंशी विहार में अपने ऑफिस में बैटरी और इनवर्टर कारोबारी योगेश मिश्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है। उनकी पत्नी प्रतीची और पांच साल की बेटी काव्या की मौत का कारण पता नहीं चल सका। इस पर दोनों का विसरा सुरक्षित रखा गया है। पत्नी की मौत बृहस्पतिवार रात, जबकि बेटी की मौत शुक्रवार तड़के होना आया है। मारुति एन्क्लेव निवासी योगेश मिश्रा और उनकी पत्नी प्रतीची मिश्रा के शव शुक्रवार सुबह दस बजे पश्चिमपुरी स्थित बंशी विहार में फर्म के ऑफिस में मिले थे। योगेश फांसी पर लटके थे, जबकि प्रतीची फर्श पर पड़ी थीं। उनकी नाक से खून भी निकल रहा था। वहीं उनकी पांच साल की बेटी काव्या का शव घर में बेड पर पड़ा मिला था। उसके होंठ और नाखून नीले पड़े हुए थे। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया। योगेश मिश्रा और प्रतीची के नाम का सुसाइड नोट मिला था। इससे पति-पत्नी के आत्महत्या की आशंका जाहिर की गई।
क्षेत्राधिकारी लोहामंडी एएसपी सत्यनारायण ने बताया कि योगेश मिश्रा की मौत का कारण फांसी लगने से आया है, जबकि प्रतीची और काव्या की मौत का कारण साफ नहीं हो सका। इस पर उनका विसरा सुरक्षित रखा गया है। आशंका है कि उनकी मौत विषाक्त पदार्थ सेवन से हुई। पोस्टमार्टम रात तकरीबन एक बजे डाक्टर के पैनल ने किए। रिपोर्ट से यह भी पता चला कि प्रतीची की जान गुरुवार आधी रात में किसी वक्त हो गई थी, जिस समय पोस्टमार्टम हुआ, उस समय शव एक दिन पुराना था।
काव्या की मौत शुक्रवार तड़के पांच से छह बजे के बीच हुई होगी। क्योंकि शव 12 घंटे पहले का था। योगेश शुक्रवार सुबह छह बजे घर से आफिस निकले थे। ऐसे में यही अनुमान है उन्होंने आफिस पहुंचने के बाद फांसी लगाई। तब तक पत्नी और बेटी की मौत हो चुकी थी।
...तो क्या खाने में था विषाक्त पदार्थ
रात में आठ बजे योगेश बेटी काव्या और आध्या को घर लेकर आए थे। पत्नी को तबीयत खराब होने के कारण आफिस में ही छोड़ आए थे। तब बेटी काव्या उठ नहीं रही थी। वह गाड़ी में सोते हुए ही आई थी। घर में आकर बेड पर उसे सुला दिया था। यह बात आध्या ने पुलिस को बताई है। इसके बाद काव्या उठी नहीं थी। आफिस में साथ रहने के दौरान ही योगेश ने परिवार के साथ कुछ खाया था। मां-बेटी की मौत का कारण स्पष्ट न होने से पुलिस यही अनुमान लगा रही कि किसी खाने की चीज में विषाक्त पदार्थ रहा होगा। पुलिस ने आफिस में जाकर सैंपल लिए हैं।
फोरेंसिक जांच से खुलेगा मां-बेटी की मौत का राज
एएसपी सत्यनारायण ने बताया कि प्रतीची और उनकी बेटी काव्या की मौत का कारण पता नहीं चला है। विसरा सुरक्षित रखा गया है। इसको जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैब भेजा जाएगा। इसकी रिपोर्ट से ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। हालांकि विसरा जांच रिपोर्ट मिलने में तीन से चार महीने का समय लगता है।
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