आगरा में आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर दो में डॉक्टर जसवंत राय की कोठी में डकैती डालने के लिए मास्टर माइंड मुशर्रफ खां ने फुलप्रूफ प्लानिंग की थी। वह दो महीने से मोबाइल नहीं चला रहा था। पूछताछ में यह जानकारी पुलिस को मिली है। आवास विकास कॉलोनी निवासी डॉ. जसवंत राय की कोठी में 18 सितंबर को पांच बदमाशों ने डकैती डाली थी। पुलिस ने मंगलवार को घटना का खुलासा किया था। शहीद नगर निवासी मुशर्रफ खां सहित पांच को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। थाना जगदीशपुरा के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि वर्ष 2017 में विभव नगर में हुई लूट में मुशर्रफ जेल गया था। जमानत पर बाहर आने के बाद वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इस पर तीन महीने पहले उसके गैर जमानती वारंट जारी हो गए।
पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वह 15 दिन जेल में रहने के बाद फिर जमानत पर बाहर आ गया। उसने पिता के साथ काम करते हुए डकैती की योजना बना ली थी। वह साथियों से अपने मोबाइल से बात नहीं करता था। इसके लिए भाइयों और रिश्तेदार के मोबाइल का इस्तेमाल करता था। उसे पता था कि डकैती के बाद पुलिस जांच करेगी तो सबसे पहले मोबाइल नंबर लेकर कॉल डिटेल खंगालेगी। इसलिए उसने साथियों से बात करने के लिए अपने मोबाइल का प्रयोग बंद कर दिया था। आमिर और रेहान की तलाश की जा रही है। वह फरार हैं।
जेवरात नहीं, कैश लूटा था
एसएसपी ने बताया कि लूट के बाद पुलिस को डॉक्टर ने बताया कि बदमाश 7.80 लाख रुपये कैश के साथ 12 लाख के जेवरात भी लूटकर ले गए। मगर, दूसरे दिन बताया कि बदमाश सिर्फ कुछ चांदी के जेवरात ही ले पाए थे। कीमती जेवरात दूसरी अलमारी में ही रखे हुए मिल गए। बदमाश सिर्फ कैश ही ले जा पाए थे। 4.52 लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं।
वीडियो बनाकर की थी डकैती की तैयारी
एसएसपी ने बताया कि मुशर्रफ खां कारपेंटर है, जबकि आमिर एक गैराज में काम करता है। रमजान, सागर और रेहान कोई काम नहीं करते हैं। पांचों दोस्त हैं। पढ़े लिखे नहीं हैं। मुशर्रफ को लग रहा था कि डॉक्टर के पास ज्यादा पैसा है। उनका शहीद नगर में अल्ट्रासाउंड सेंटर है। घर में पत्नी के साथ अकेले रहते हैं। कॉलोनी में भी बड़े मकान हैं। आसपास के लोग पड़ोसियों से ज्यादा संपर्क नहीं करते हैं। ऐसे में आसानी से लूट हो जाएगी। इसके लिए मोबाइल से वीडियो बना लिया था, जिससे साथियों को घर के अंदर जाने में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
घटनाक्रम : कार से आए, लूट के बाद पहुंचे अपने घर
- एक साल से आरोपी मुशर्रफ और उसके पिता डॉक्टर के घर में कार्य कर रहे थे।
- मुशर्रफ ने घर में काम के दौरान ही अलमारी रखने के स्थान को देखा। घर के सामने खंडहर मकान के बगल से बाहर निकलने का रास्ता देखा।
- एक महीने पहले मुशर्रफ ने दोस्तों के साथ लूट की योजना बनाई। काम के दौरान डॉक्टर के घर का मोबाइल से वीडियो बना लिया।
- मुशर्रफ, रमजान, सागर, आमिर खां और रेहान के साथ वीडियो देखकर प्लान बनाया। आमिर अपनी गैराज से ग्राहक की कार लेकर आया।
- दोपहर में तीन बजे लूट करने आने वाले थे। क्योंकि डॉक्टर जसवंत राय की पत्नी दोपहर में तीन बजे घर आ जाती हैं। डॉक्टर जसवंत शाम पांच बजे के बाद आते हैं।
- डॉक्टर के घर के सामने सबमर्सिबल लगाने का कार्य चल रहा था। इस कारण लौट गए। रात में साढ़े आठ बजे फिर आए।
- सेंट्रल पार्क के पास कार को खड़ा कर दिया। उसका बोनट खोल दिया, जिससे लगे कि कार खराब हो गई है। एक-एक करके कॉलोनी में आ गए। खंडहर मकान में छिप गए।
- अभियुक्त रमजान डॉक्टर के घर का गेट फांदकर घुस गया। इसके बाद कुंडी खोल दी। बाकी चार बदमाश अंदर आ गए।
- पांचों ने वारदात को अंजाम दिया। मुशर्रफ ने अपना मुंह नहीं खोला। उसे डॉक्टर पहचान नहीं सके। लूट करने के बाद रुपये अपने दोस्त आहद और राशिद के घर में रखवा दिए।
- पुलिस की पूछताछ में डॉक्टर ने बताया था कि मुशर्रफ पूर्व में जेल जा चुका है। उसने 2017 में विभव नगर में लूट की थी। तब वो नाबालिग था। वह छूट गया था। इस पर पुलिस ने छानबीन की। आरोपी पकड़ लिए।