टूंडला विधानसभा सीट के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दिवाली से पहले जीत का तोहफा मिला है। यहां से भाजपा प्रत्याशी प्रेमपाल सिंह धनगर ने करीब 17 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। सपा के महाराज सिंह धनगर दूसरे स्थान पर रहे। मंगलवार को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद विजयी प्रत्याशी प्रेमपाल सिंह धनगर गदगद हो गए। उन्होंने कहा कि टूंडला की जनता ने उन पर विश्वास जताया है, जिसे टूटने भी नहीं देंगे। जीत के बाद भाजपा में जश्न का माहौल है।
उपचुनाव में जीत के बाद प्रेमपाल सिंह धनगर ने कहा कि खारे पानी से लेकर अनवारा से फतेहाबाद को जोड़ने वाले अधूरे पड़े पुल के निर्माण को पूरा कराना उनका पहला लक्ष्य है। क्षेत्र में काफी समस्याएं हैं। जिन्हें उन्होंने अपने जनसंपर्क के दौरान देखा है। उनको प्राथमिकता के आधार पर समाप्त किया जाएगा। जहां-जहां संपर्क मार्ग अधूरे और कच्चे हैं, उन्हें पूरा कराया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री से विशेष पैकेज की मांग करेंगे, जिससे टूंडला विधानसभा का विकास हो सके।
प्रेमपाल सिंह ने कहा कि जनता और कार्यकर्ताओं से मिलकर अन्य समस्याओं की समय-समय पर जानकारी ली जाएगी। जनता को उनसे मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसके लिए एटा के साथ ही टूंडला में भी अपना आवास ले लिया है। उन्होंने कहा कि जनता ने उन पर विश्वास जताया है जिसे टूटने नहीं देंगे। क्षेत्र का विकास ही उनकी प्राथमिकता है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2017 में टूंडला विधानसभा सुरक्षित सीट से भाजपा के प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने काफी बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी, लेकिन लोकसभा चुनाव आने के बाद उन्होंने आगरा से लोकसभा सदस्य चुनने के बाद टूंडला विधानसभा सीट खाली हो गई थी। तीन नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था। मंगलवार को चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए।
भाजपा ने एटा की चित्रगुप्त कालोनी निवासी प्रेमपाल सिंह धनगर पर दांव लगाया। भाजपा के अंदरखाने में उनका विरोध भी हुआ कि स्थानीय को छोड़कर बाहरी प्रत्याशी को टिकट दे दिया गया। इन सभी बातों को दरकिनार करते हुए जनता ने प्रेमपाल सिंह धनगर को विधायक बनाकर दिवाली का तोहफा दे दिया। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी सपा प्रत्याशी महाराज सिंह धनगर को मतों से हराकर जीत दर्ज की।