नरेंद्र गिरि की मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई शुक्रवार को फिर बड़े हनुमान मंदिर पहुंची। यहां मंदिर के पुजारी और सेवादारों से तीन घंटे तक अफसरों ने पूछताछ की। उनसे महंत और आद्या व उसके बेटे संदीप के बाबत जानकारी ली। इसके अलावा टीम के कुछ अफसरों ने नैनी निवासी प्रॉपर्टी डीलर को भी पुलिस लाइन बुलाकर पूूछताछ की।
सीबीआई की जांच का शुक्रवार को 14वां दिन था। टीम ने 25 सितंबर से मामले की जांच अपने हाथों में ले ली थी। शुुक्रवार दोपहर 12 बजे के करीब टीम में शामिल दो अफसर बड़े हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर टीम महंत व आनंद गिरि से संबंधित कमरों में गई और वहां कुछ देर तक रुककर जांच पड़ताल की। इसके बाद एक-एक कर मंदिर के पुजारी व सेवदारों को बुलाकर पूछताछ की।
सूत्रों का कहना है कि सीबीआई ने आद्या तिवारी व उसके बेटे संदीप तिवारी के बाबत सवाल पूछे। दोनों के महंत नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि से रिश्तों के संबंध में जानकारी ली। यह भी पूछा कि महंत ने आद्या तिवारी को मंदिर से क्यों हटाया और तब किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी तरह संदीप के बाबत भी जानकारी ली।
दुकान लगाने से लेकर आनंद गिरि के खास बनने तक की उसकी कहानी पूछी। करीब तीन बजे दोनों अफसर वापस चले गए। पूरे परिसर को देखा, दुकानों के बाबत भी पूछताछ मंदिर में मौजूद रहने के दौरान टीम ने न सिर्फ पुजारी व सेवादारों से पूछताछ की बल्कि पूरे परिसर को भी देखा। इस दौरान परिसर में स्थित दुकानों के बाबत भी पूछताछ की।
उस आदित्य मिश्रा के बारे में भी पूछताछ की, जिसका नाम महंत के कमरे से बरामद सुसाइड नोट में लिखा था। यह भी पूछा गया कि आखिर लंबे समय तक करीबी रहने के बाद किस बात पर महंत की उससे नाराजगी हुई, जिसके बाद उसे दुकान से हटा दिया गया। मंदिर में महंत से मिलने किसका अक्सर आना-जाना होता था, इसके बारे में भी जानकारी ली गई।