यूपी के उन्नाव जिले में सोमवार को एक निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। यहां बड़ी ही बेरहमी से मौसेरे भाई ने छोटे-छोटे भाई बहन का गला काट कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
इस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी संबंधित थाने की पुलिस कुछ ही घंटों में हत्यारे तक पहुंच गयी। साथ ही कड़ी पूछताछ के बाद मौसेरे भाई ने अपना जुर्म भी कबूल लिया। यही नहीं उसने हत्या की योजना के बारे में भी पुलिस के सामने सारे सच उगले।
बताते चलें कि उन्नाव जिले में गंगाघाट कोतावाली क्षेत्र के ऋषिनगर मोहल्ले में भाई-बहन की गला रेत कर हत्या हुई थी। जानकारी के अनुसार शुक्लागंज निवासी गोलू ने योजना बनाकर पहले अपनी मौसी मोनू (मृतक अंशिका व राघव की मां) को अपनी पत्नी महक की डिलीवरी होने की सूचना देकर अस्पताल बुलाया। इसके बाद उसने घर पहुंच कर इस घटना को अंजाम दिया।
पहले गोलू अपनी पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचा। उसके बाद बच्चों की मां (अपनी मौसी) को बुलाया। जैसे ही मौसी अस्पताल पहुंची। गोलू वहां से निकल गया और लगातार फोन से संपर्क में बना रहा। इधर गोलू ने पूरी घटना को अंजाम दिया।
अंत मे फिर से कॉल करके मौसी से बोला मैं घर गया था पर गेट नहीं खुला इसलिए मैं वापस आ गया।कुछ देर बाद जब मोनू घर पहुंची तो दरवाजे की कुंडी बाहर से बंद मिली । भीतर दोनों बच्चों के खून से लथपथ शव पड़े मिले। मोनू ने पुलिस से शक जताया।