घाटमपुर के भीतरगांव कस्बे के पसेमा गांव में मंगलवार और बुधवार दो दिन कुएं के अंदर से छोटे छोटे बच्चों के रुपये निकालने के बाद अब इक्का दुक्का फुटकर नोट ही बचे हैं। गुरुवार सुबह कुछ बच्चों ने उन्हें भी निकालने का प्रयास किया पर अभिभावक उन्हें घर ले गए। ग्रामीणों का कहना है कि कुएं के अंदर नोट कहां से आए इसकी जांच स्थानीय पुलिस को करनी चाहिए। ज्ञात हो कि भीतरगांव इलाके के पसेमा गांव में मंगलवार को तब हड़कंप मच गया, जब प्राचीन शिव मंदिर के पास पुराने कुएं में बच्चों को छोटे बड़े नोट पड़े दिखे। फिर देखने वालों की भीड़ के साथ उन्हें निकालने के लिए बच्चों में दो दिन तक होड़ मची रही। दो दिन तक कुआं बच्चों व ग्रामीणों की चहल पहल से गुलजार रहा। गुरुवार को दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। ग्रामीणों के मुताबिक, अभी बीते कुछ माह में गांव के किसी सम्पन्न परिवार का वैवाहिक कार्यक्रम भी नहीं हुआ कि छोटे बड़े नोटों को यूं ही कुएं के अंदर पूजन के तौर पर फेंका गया हो।
पुलिस को इस पर जांच करनी चाहिए। बताया अब कुएं के अंदर अब फुटकर छोटे नोट इक्का दुक्का ही बचे हैं। जिसके कारण गुरुवार दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। पसेमा ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह यादव बताते हैं कि कुएं में बीते दो दिन तक छोटे बच्चों को रुपये निकालते देखा गया है।
किसके हाथ कितने का नोट और कुल कितने रुपये मिले यह जानकारी किसी ने नहीं दी। यह इस कारण भी है कि यदि बता दिया कि इतने नोट मिले हैं तो पुलिस कार्रवाई के नाम पर ले जाएगी और परेशान अलग से करेगी।
बताते हैं कि कुएं के अंदर किसी के द्वारा नोट फेंके गए हैं। साढ़ व भीतरगांव पुलिस को इस पर जांच करनी चाहिये थी।
शादी विवाह में कुआं पूजन के दौरान दस बीस के अलावा बड़े नोट फेंके जाने की पुलिस की दलील किसी के गले नहीं उतर रही। बताया भीतरगांव पुलिस दो दिन से कई चक्कर लगाकर खंडहर में तब्दील कुएं से दूर रहने को जरूर कहा है।