कानपुर देहात के झींझक में नसबंदी ऑपरेशन के दौरान दो महिलाओं की हालत बिगड़ गई। महिलाओं को बेहोशी की हालत में छोड़कर ऑपरेशन करने वाली टीम चली गई इसकी जानकारी परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया।
सोमवार को सीएचसी में नसबंदी कैंप में 32 महिलाओं ने पंजीकरण कराया था। करीब तीन बजे कैंप में पहुंचे सर्जन डॉ. संदेश कटियार व टीम ने महिलाओं का ऑपरेशन दूरबीन विधि से शुरु किया। ऑपरेशन के दौरान झींझक की खानपुर रोड निवासी निधी सिंह (35) पत्नी सुवेंद्र व जैतीपुर निवासी पूजा (34)पत्नी योगेंद्र की हालत बिगड़ गई। कई प्रयास के बाद भी उनकी ऑपरेशन नहीं हो सका। इस दौरान दोनों महिलाएं बेहोश हो गईं।
वार्ड में बेहोशी की हालत में महिलाओं को लिटाकर डॉक्टर चले गए। इससे गुस्साए महिलाओं के परिजनों ने सीएचसी में हंगामा शुरु कर दिया। महिलाओं के परिजन कुलदीप आदि ने सूचना यूपी डायल 100 पर दे दी। जिस पर वहां पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया।
परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। चिकित्साधीक्षक विमलेश वर्मा ने बताया की पूरे मामले की जानकारी सीएमओ को दी गयी है। कैंप में 32 महिलाओं ने पंजीकरण कराया था, जिसमें 30 महिलाओं की नसबंदी का सफल ऑपरेशन हो गया है दो महिलाओं की नसंबदी के दौरान समस्या आई जिसे छोड़कर टीम चली गई।
महिलाओं को सीएचसी में भर्ती किया गया है। मामले में कार्रवाई की जाएगी। चौकी प्रभारी अनुराग पांडेय ने बताया कि किसी ने तहरीर नहीं दी है।