पितृ अमावस्या बुधवार को श्राद्ध पक्ष के खत्म होने पर पितृ विसर्जन अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने तर्पण कर अपने पूर्वजों को याद किया। हस्तिनापुर के गंगा घाट पर गंगा स्नान कर तर्पण कर पितरों को विदाई देने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं मुजफ्फरनगर के शुकतीर्थ पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना और तर्पण कर पितरों को विदाई देने पहुंचे।
बता दें कि सर्व पितृ अमावस्या पर ग्रह नक्षत्रों का शुभ योग बन रहा है। पितृ अमावस्या पर गज्ज्छाया योग बन रहा है। इस योग को बेहद शुभ माना जाता है। बुधवार को सूर्योदय से सूर्य और चंद्रमा शाम 04 बजकर 34 मिनट तक हस्त नक्षत्र में होंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गज्ज्छाया योग में श्राद्ध या तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं। इस दिन ब्रह्म योग और इंद्र योग का बन रहा है। अब यह योग 8 साल बाद 2029 में बनेगा।
पितृ विसर्जन अमावस्या के अवसर पर आज हस्तिनापुर में लाखों लोगों ने भीमकुंड और फतेहपुर प्रेम गंगा घाट पर में गंगा में स्नान किया और अपने पितरों का श्राद्ध तर्पण एवं पिण्डदान किया। पिछले 15 दिन से चल रहे पितृपक्ष का आज अंतिम दिन था। इसलिए लोगों ने लाखों की संख्या में क्षेत्र के गंगा घाटों पर स्नान किया।
मान्यता है कि पितरों के तर्पण के बिना उनकी आत्मा को शांति नहीं मिलती। इसीलिए पितृ अमावस्या के दिन गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लाखों तक पहुंच जाती है। बुधवार को भी लोगों ने अपने पितरों की स्मृति में पिण्डदान किए, तो वहीं कथा का श्रवण करके गरीबों व पंडितों में सामर्थ्य के अनुसार दान किया। कस्बे के पंडित सूर्यकांत शास्त्री ने बताया कि पितृ अमावस्या के दिन भारी संख्या में श्रद्धालु ऐतिहासिक नगरी के गंगा घाटों पर पहुंचते हैं और अपने पितरों के लिए गंगा में पिण्डदान और स्नान करते हैं।
आज सुबह से ही हस्तिनापुर के गंगा घाटों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भीमकुंड चेतावाला गंगा पुल पर भीषण जाम लगा रहा। यहां पर पुलिस की कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। गंगा में स्नान करने वाले श्रद्धालु कई घंटे जाम में फंसकर गंगा घाट तक पहुंचे। कई घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जाम को खुलवाने की कवायद शुरू की गई। वहीं क्षेत्र के फतेहपुर प्रेम गंगा घाट पर भी क्षेत्र के हजारों लोगों ने गंगा में स्नान किया।
पुलिस की नहीं नजर आई कोई व्यवस्था
गंगा घाटों पर पुलिस की ओर से कोई व्यवस्था नहीं थी। चैतावाला भीमकुंड गंगा पुल पर कई घंटे जाम लगा रहा। यहां पर न तो पुलिस ही तैनाती और न ही गोताखोरों की कोई व्यवस्था यहां पर नजर आ रही थी, जबकि गंगा का जलस्तर अभी कम नहीं है। सूचना के तीन घंटे बाद मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने जाम खुलवाया तब जाकर श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली। हालांकि गंगापुर से गुजरने के लिए मेरठ हस्तिनापुर की ओर से चांदपुर की ओर जाने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सुबह से शाम तक चलता है गंगा स्नान का सिलसिला
पितृ अमावस्या के दिन गंगा में स्नान करने का सिलसिला दिन निकलने से शुरू होकर शाम तक चलता है। इस अवसर पर चांदपुर बिजनौर और हस्तिनापुर मेरठ दोनों ही साइड से लाखों श्रद्धालु गंगा पुल पर स्नान के लिए पहुंचते हैं। चेतावाला भीमकुंड गंगा पुल पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का सैलाब बुधवार सुबह से ही उमड़ पड़ा।