जालंधर। नगर निगम हाउस की मीटिंग में रखे गए सभी प्रस्ताव विपक्ष द्वारा किए जा रहे हंगामे के बीच पास कर दिए गए। वीरवार को मीटिंग में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप के बीच 40 मिनट में ही खत्म हो गई। आधे घंटे के सुनने काल में विपक्ष के आरोपों को लेकर सत्ता पक्ष के पार्षद भी पूरे तेवर में दिखे और विरोध बढ़ता देख मेयर जगदीश राज राजा ने सभी प्रस्ताव कुछ ही मिनटों में पास कर दिए। मेयर ने कहा कि अगर किसी को किसी प्रस्ताव पर ऑब्जेक्शन है तो वह इसके लिए लिखित तौर पर दे सकता है। मीटिंग में विपक्ष दल के नेता वरेश मिंटू ने एलईडी प्रोजेक्ट एवं सरफेस प्रोजेक्ट के लिए तोड़ी गई सड़कों और 11 चौक के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। बता दें एलईडी प्रोजेक्ट को लेकर मेयर हाउस में 1 दिन पहले हुई थी।
महिला पार्षदों ने मंच पर चढ़ कर मेयर को घेरा
मीटिंग में तो कांग्रेस के पार्षद खूब भड़क रहे थे, लेकिन जब विपक्ष ने इस पर आपत्ति जताई तो सभी बचाव की मुद्रा में आ गए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट बेहद ही खराब है और इस पूरे प्रोजेक्ट में विपक्ष के पार्षदों के वार्डो में भेदभाव पूर्ण तरीके से काम किया जा रहा है। इन आरोपों को लेकर जब सत्ता पक्ष के पार्षदों ने विपक्ष को बोलने से रोका तो हंगामे की स्थिति बन गई। इस दौरान ही मेयर ने हाउस में सभी प्रस्ताव पास करके मीटिंग खत्म करने की घोषणा कर दी। इसके विरोध में विपक्ष की महिला पार्षद चंद्रजीत कौर संधा, श्वेता धीर, शैली खन्ना मंच पर चढ़ गई और मेयर के आगे धरने पर बैठ गई। मेयर जाने लगे तो तीनों महिला पार्षदों ने चेन बना कर मेयर को रोक लिया और जाने से रोका। फिर कांग्रेस के पार्षदों के हस्तक्षेप के बाद में मेयर रवाना हुए।
जालंधर। नगर निगम हाउस की मीटिंग में रखे गए सभी प्रस्ताव विपक्ष द्वारा किए जा रहे हंगामे के बीच पास कर दिए गए। वीरवार को मीटिंग में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप के बीच 40 मिनट में ही खत्म हो गई। आधे घंटे के सुनने काल में विपक्ष के आरोपों को लेकर सत्ता पक्ष के पार्षद भी पूरे तेवर में दिखे और विरोध बढ़ता देख मेयर जगदीश राज राजा ने सभी प्रस्ताव कुछ ही मिनटों में पास कर दिए। मेयर ने कहा कि अगर किसी को किसी प्रस्ताव पर ऑब्जेक्शन है तो वह इसके लिए लिखित तौर पर दे सकता है। मीटिंग में विपक्ष दल के नेता वरेश मिंटू ने एलईडी प्रोजेक्ट एवं सरफेस प्रोजेक्ट के लिए तोड़ी गई सड़कों और 11 चौक के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। बता दें एलईडी प्रोजेक्ट को लेकर मेयर हाउस में 1 दिन पहले हुई थी।
महिला पार्षदों ने मंच पर चढ़ कर मेयर को घेरा
मीटिंग में तो कांग्रेस के पार्षद खूब भड़क रहे थे, लेकिन जब विपक्ष ने इस पर आपत्ति जताई तो सभी बचाव की मुद्रा में आ गए। विपक्ष ने आरोप लगाया कि एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट बेहद ही खराब है और इस पूरे प्रोजेक्ट में विपक्ष के पार्षदों के वार्डो में भेदभाव पूर्ण तरीके से काम किया जा रहा है। इन आरोपों को लेकर जब सत्ता पक्ष के पार्षदों ने विपक्ष को बोलने से रोका तो हंगामे की स्थिति बन गई। इस दौरान ही मेयर ने हाउस में सभी प्रस्ताव पास करके मीटिंग खत्म करने की घोषणा कर दी। इसके विरोध में विपक्ष की महिला पार्षद चंद्रजीत कौर संधा, श्वेता धीर, शैली खन्ना मंच पर चढ़ गई और मेयर के आगे धरने पर बैठ गई। मेयर जाने लगे तो तीनों महिला पार्षदों ने चेन बना कर मेयर को रोक लिया और जाने से रोका। फिर कांग्रेस के पार्षदों के हस्तक्षेप के बाद में मेयर रवाना हुए।