जालंधर। कांग्रेसी नेता सुदेश विज ने अपनी ही सरकार में तैनात आईएएस करणेश शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विज ने कहा कि आईएएस अधिकारी करणेश के पास निगम कमिश्नर, जालंधर स्मार्ट सिटी के अलावा पुडा के मुख्य प्रशासक का चार्ज है, जिसकी आड़ में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं।
पत्रकार वार्ता में कांग्रेसी नेता सुदेश विज ने कहा कि स्मार्ट सिटी के सीईओ का चार्ज करणेश शर्मा के पास है। जालंधर में 10 चौराहों पर 20 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन काम सिर्फ दिखावे के लिए किया गया। ऐसे ही पार्क में सौंदर्यीकरण के नाम करोड़ों रुपये डकार लिए गए। सुदेश विज ने आरोप लगाया कि रोपड़ में डीसी रहते हुए भी करणेश शर्मा ने खनन में काफी पैसा कमाया है।
सुदेश विज ने दावा किया है कि शहर की कई सड़कों के बिल दो-दो बार पास किए गए। इसका खुलासा खुद जालंधर के मेयर जगदीश राजा एवं पार्षद जसलीन सेठी ने किया है। नामदेव चौक की सर्विस रोड का टेंडर नगर निगम के हाउस से मंजूर हुआ और बिल भी पास हुआ, लेकिन लालचवश इस सड़क को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी शामिल कर लिया गया ताकि इसका बिल स्मार्ट सिटी से भी क्लीयर करवा लिया जाए।
सुदेश विज ने सरफेस वाटर प्रोजेक्ट में भी धांधली की बात कही है। उन्होंने कहा कि सतलुज दरिया से पानी जालंधर पहुंचाने के लिए एलएंडटी कंपनी को दिए करोड़ों के ठेके में भ्रष्टाचार हुआ है। सुदेश विज ने एलईडी प्रोजेक्ट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में 44 करोड़ की लागत से 65 हजार स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं। प्रत्येक लाइट 1650 रुपये के हिसाब से खरीदी जबकि कीमत 650 रुपये है।
सुदेश विज ने स्मार्ट सिटी के सलाहकारों कुलविंदर सिंह और लखविंदर पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नगर निगम में रहते कुलविंदर सिंह को तत्कालीन निकायमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भ्रष्टाचार के केस में सस्पेंड किया था। लखविंदर पर एलईडी प्रोजेक्ट में धांधली का आरोप लगा था। बावजूद इसके ये दोनों अफसर नगर निगम से रिटायर होने के बाद स्मार्ट सिटी के सलाहकार बन गए।
कोई धांधली नहीं, सब नियमानुसार हुआ : निगम कमिश्नर
निगम कमिश्नर करणेश शर्मा ने कहा कि जितने भी विकास कार्य किए गए हैं, सब नियमानुसार कानून के मुताबिक किए गए हैं। जो आरोप लगाए गए हैं वे निराधार हैं।
जालंधर। कांग्रेसी नेता सुदेश विज ने अपनी ही सरकार में तैनात आईएएस करणेश शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विज ने कहा कि आईएएस अधिकारी करणेश के पास निगम कमिश्नर, जालंधर स्मार्ट सिटी के अलावा पुडा के मुख्य प्रशासक का चार्ज है, जिसकी आड़ में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं।
पत्रकार वार्ता में कांग्रेसी नेता सुदेश विज ने कहा कि स्मार्ट सिटी के सीईओ का चार्ज करणेश शर्मा के पास है। जालंधर में 10 चौराहों पर 20 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन काम सिर्फ दिखावे के लिए किया गया। ऐसे ही पार्क में सौंदर्यीकरण के नाम करोड़ों रुपये डकार लिए गए। सुदेश विज ने आरोप लगाया कि रोपड़ में डीसी रहते हुए भी करणेश शर्मा ने खनन में काफी पैसा कमाया है।
सुदेश विज ने दावा किया है कि शहर की कई सड़कों के बिल दो-दो बार पास किए गए। इसका खुलासा खुद जालंधर के मेयर जगदीश राजा एवं पार्षद जसलीन सेठी ने किया है। नामदेव चौक की सर्विस रोड का टेंडर नगर निगम के हाउस से मंजूर हुआ और बिल भी पास हुआ, लेकिन लालचवश इस सड़क को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी शामिल कर लिया गया ताकि इसका बिल स्मार्ट सिटी से भी क्लीयर करवा लिया जाए।
सुदेश विज ने सरफेस वाटर प्रोजेक्ट में भी धांधली की बात कही है। उन्होंने कहा कि सतलुज दरिया से पानी जालंधर पहुंचाने के लिए एलएंडटी कंपनी को दिए करोड़ों के ठेके में भ्रष्टाचार हुआ है। सुदेश विज ने एलईडी प्रोजेक्ट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में 44 करोड़ की लागत से 65 हजार स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं। प्रत्येक लाइट 1650 रुपये के हिसाब से खरीदी जबकि कीमत 650 रुपये है।
सुदेश विज ने स्मार्ट सिटी के सलाहकारों कुलविंदर सिंह और लखविंदर पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नगर निगम में रहते कुलविंदर सिंह को तत्कालीन निकायमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भ्रष्टाचार के केस में सस्पेंड किया था। लखविंदर पर एलईडी प्रोजेक्ट में धांधली का आरोप लगा था। बावजूद इसके ये दोनों अफसर नगर निगम से रिटायर होने के बाद स्मार्ट सिटी के सलाहकार बन गए।
कोई धांधली नहीं, सब नियमानुसार हुआ : निगम कमिश्नर
निगम कमिश्नर करणेश शर्मा ने कहा कि जितने भी विकास कार्य किए गए हैं, सब नियमानुसार कानून के मुताबिक किए गए हैं। जो आरोप लगाए गए हैं वे निराधार हैं।