पठानकोट। पठानकोट-जोगिंदरनगर नैरोगेज रेल सेक्शन पर रविवार को सुबह बड़ा हादसा टल गया। पठानकोट से ज्वालामुखी रोड जा रही ट्रेन का इंजन स्टेशन के बिल्कुल पास पहली क्रॉसिंग पर ही डिब्बों से अलग हो गया। हालांकि, इससे कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। रेल प्रशासन ने लगभग 50 मिनट बाद अन्य इंजन मंगाकर ट्रेन को सिटी स्टेशन से रवाना किया। अधिकारियों का कहना है कि हादसा कपलिंग (हुक) टूटने से हुआ।
जानकारी के मुताबिक पठानकोट-जोगिंदर नगर जाने वाली (04601) ट्रेन सुबह 11:05 बजे पठानकोट से 6 डिब्बों के साथ निकली। 3 मिनट बाद जैसे ही रेलगाड़ी मक्खन ढाबा स्थित रेलवे फाटक से गुजरने लगी तो तेज आवाज के साथ डिब्बे इंजन से अलग हो गए। रेलगाड़ी फाटक के बीचोंबीच रुक गई और फाटक लगभग 30 मिनट बंद रहा। इसके बाद लोको पायलट की सूचना पर रेलवे यार्ड से अन्य इंजन भेजा गया। जिसके बाद रेलगाड़ी को स्टेशन पर लाया गया और टूटे हुक वाले इंजन को भी स्टेशन पर लाकर ट्रेन को लगभग 50 मिनट बाद रवाना किया गया। बताया जा रहा है कि इंजन पिछले माह ही पठानकोट पहुंचा था।
यात्रियों के साथ-साथ फाटकों पर खड़े लोग भी हुए परेशान
बता दें कि पठानकोट सिटी रेलवे स्टेशन से 2 किमी एरिया की रेलवे लाइन पर 5 फाटक पड़ते हैं। स्टेशन से ट्रेन निकलते ही फाटक को बंद कर दिया जाता है। रविवार को भी ट्रेन स्टेशन से निकली लेकिन, पहले फाटक पर ही रुक गई। जिसके चलते मक्खन ढाबा क्रॉसिंग, कैंपबेल रोड, काली माता मंदिर, भदरोआ मोड़ और पुरानी कचहरी के सभी फाटक 30 मिनट तक बंद हे। इस दौरान यात्रियों के साथ-साथ फाटकों पर खड़े शहरवासियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शी कपिल सैनी ने बताया कि पूरे प्रकरण में उनके 40 मिनट बर्बाद हुए।
कोट्स
इंजन की कपलिंग (हुक) के कारण घटना हुई है। हालांकि इस हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। यात्रियों की परेशानी देखते हुए ट्रेन को अन्य इंजन के साथ रवाना किया गया।
-कुलभूषण, असिस्टेंट डिविजलन मेकेनिकल इंजीनियर (एडीएमई), पठानकोट।
पठानकोट। पठानकोट-जोगिंदरनगर नैरोगेज रेल सेक्शन पर रविवार को सुबह बड़ा हादसा टल गया। पठानकोट से ज्वालामुखी रोड जा रही ट्रेन का इंजन स्टेशन के बिल्कुल पास पहली क्रॉसिंग पर ही डिब्बों से अलग हो गया। हालांकि, इससे कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। रेल प्रशासन ने लगभग 50 मिनट बाद अन्य इंजन मंगाकर ट्रेन को सिटी स्टेशन से रवाना किया। अधिकारियों का कहना है कि हादसा कपलिंग (हुक) टूटने से हुआ।
जानकारी के मुताबिक पठानकोट-जोगिंदर नगर जाने वाली (04601) ट्रेन सुबह 11:05 बजे पठानकोट से 6 डिब्बों के साथ निकली। 3 मिनट बाद जैसे ही रेलगाड़ी मक्खन ढाबा स्थित रेलवे फाटक से गुजरने लगी तो तेज आवाज के साथ डिब्बे इंजन से अलग हो गए। रेलगाड़ी फाटक के बीचोंबीच रुक गई और फाटक लगभग 30 मिनट बंद रहा। इसके बाद लोको पायलट की सूचना पर रेलवे यार्ड से अन्य इंजन भेजा गया। जिसके बाद रेलगाड़ी को स्टेशन पर लाया गया और टूटे हुक वाले इंजन को भी स्टेशन पर लाकर ट्रेन को लगभग 50 मिनट बाद रवाना किया गया। बताया जा रहा है कि इंजन पिछले माह ही पठानकोट पहुंचा था।
यात्रियों के साथ-साथ फाटकों पर खड़े लोग भी हुए परेशान
बता दें कि पठानकोट सिटी रेलवे स्टेशन से 2 किमी एरिया की रेलवे लाइन पर 5 फाटक पड़ते हैं। स्टेशन से ट्रेन निकलते ही फाटक को बंद कर दिया जाता है। रविवार को भी ट्रेन स्टेशन से निकली लेकिन, पहले फाटक पर ही रुक गई। जिसके चलते मक्खन ढाबा क्रॉसिंग, कैंपबेल रोड, काली माता मंदिर, भदरोआ मोड़ और पुरानी कचहरी के सभी फाटक 30 मिनट तक बंद हे। इस दौरान यात्रियों के साथ-साथ फाटकों पर खड़े शहरवासियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शी कपिल सैनी ने बताया कि पूरे प्रकरण में उनके 40 मिनट बर्बाद हुए।
कोट्स
इंजन की कपलिंग (हुक) के कारण घटना हुई है। हालांकि इस हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। यात्रियों की परेशानी देखते हुए ट्रेन को अन्य इंजन के साथ रवाना किया गया।
-कुलभूषण, असिस्टेंट डिविजलन मेकेनिकल इंजीनियर (एडीएमई), पठानकोट।