10 वर्ष पहले कंडम घोषित हो चुकी टंकी पर प्रदर्शन कर रहे हैं अध्यापक
कभी भी हो सकता है हादसा, अध्यापक कल फिर करेंगे शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव।
संवाद न्यूज एजेंसी
जालंधर। खाली पोस्टों पर भर्ती की मांग को लेकर जिस पानी की टंकी पर अध्यापक प्रदर्शन कर रहे हैं, वह पानी की टंकी 10 साल पहले कंडम घोषित की जा चुकी है। इस टंकी पर दो अध्यापक मनीष और जसवंत 28 अक्तूबर से डटे हैं। कंडम घोषित की जा चुकी पानी की यह टंकी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। फिलहाल पिछले 14 दिन से अध्यापकों का बस अड्डे में प्रदर्शन जारी है।
बुधवार को फिरोजपुर इकाई के पांच नए सदस्य भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जिससे लगता है कि अध्यापक अब आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। इन अध्यापकों की मांग है कि जब सरकार एसएसटी, पंजाबी और हिंदी विषय की 9000 पोस्टों को भरने का नोटिफिकेशन जारी नहीं करतीं। दीपावली के दिन यूनियन ने शिक्षा मंत्री परगट सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन करके इस त्योहार को काला दिवस के रूप में मनाया था। घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों से मुलाकात कर शिक्षा मंत्री ने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया था, पर अब तक सरकार ने इस मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठाया है। सरकार की इस बेरुखी के मद्देनजर अब अध्यापक 11 नवंबर को फिर से शिक्षा मंत्री परगट सिंह की कोठी का घेराव करेंगे। इस सियासी खीचतान में आम आदमी पार्टी पीछे नहीं रह रही है। आम आदमी पार्टी ने अध्यापकों को अपना समर्थन दिया है। इतना ही नहीं, प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों को पार्टी ने गद्दे, कंबल व अन्य जरूरी सामान भी दिया है।
10 वर्ष पहले कंडम घोषित हो चुकी टंकी पर प्रदर्शन कर रहे हैं अध्यापक
कभी भी हो सकता है हादसा, अध्यापक कल फिर करेंगे शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव।
संवाद न्यूज एजेंसी
जालंधर। खाली पोस्टों पर भर्ती की मांग को लेकर जिस पानी की टंकी पर अध्यापक प्रदर्शन कर रहे हैं, वह पानी की टंकी 10 साल पहले कंडम घोषित की जा चुकी है। इस टंकी पर दो अध्यापक मनीष और जसवंत 28 अक्तूबर से डटे हैं। कंडम घोषित की जा चुकी पानी की यह टंकी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। फिलहाल पिछले 14 दिन से अध्यापकों का बस अड्डे में प्रदर्शन जारी है।
बुधवार को फिरोजपुर इकाई के पांच नए सदस्य भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जिससे लगता है कि अध्यापक अब आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। इन अध्यापकों की मांग है कि जब सरकार एसएसटी, पंजाबी और हिंदी विषय की 9000 पोस्टों को भरने का नोटिफिकेशन जारी नहीं करतीं। दीपावली के दिन यूनियन ने शिक्षा मंत्री परगट सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन करके इस त्योहार को काला दिवस के रूप में मनाया था। घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों से मुलाकात कर शिक्षा मंत्री ने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया था, पर अब तक सरकार ने इस मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठाया है। सरकार की इस बेरुखी के मद्देनजर अब अध्यापक 11 नवंबर को फिर से शिक्षा मंत्री परगट सिंह की कोठी का घेराव करेंगे। इस सियासी खीचतान में आम आदमी पार्टी पीछे नहीं रह रही है। आम आदमी पार्टी ने अध्यापकों को अपना समर्थन दिया है। इतना ही नहीं, प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों को पार्टी ने गद्दे, कंबल व अन्य जरूरी सामान भी दिया है।