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हिमालयन बकरी के मांस और कारू औषधीय पौधों के साथ दो गिरफ्तार
अमर उजाला नेटवर्क, हमीरपुर
Published by: Krishan Singh
Updated Tue, 31 Aug 2021 08:45 PM IST
सार
आरोपियों ने धौलाधार वन्यजीव अभयारण्य के अंदर झौरड़ी के पास दो हिमालयी तहर नामक बकरियों का शिकार किया था। समूह गश्त के दौरान आरएफओ डब्ल्यूएल उहल के कर्मियों ने दोनों से हिमालयी तहर का मांस और लगभग 12 किलोग्राम कारू (औषधीय पौधे) जब्त किए हैं।
मांस और कारू औषधीय पौधों के साथ दो गिरफ्तार(सांकेतिक)
- फोटो : अमर उजाला
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वन्य जीव संरक्षण विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के धौलाधार सेंक्चुरी एरिया के अंतर्गत पलाचक में दुर्लभ हिमालयन बकरी के मांस और औषधीय पौधों के साथ दो शिकारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान देशराज और जोवन निवासी गांव नलहोटा, बड़ा ग्राम जिला कांगड़ा के रूप में हुई है। आरोपियों ने धौलाधार वन्यजीव अभयारण्य के अंदर झौरड़ी के पास दो हिमालयी तहर नामक बकरियों का शिकार किया था। समूह गश्त के दौरान आरएफओ डब्ल्यूएल उहल के कर्मियों ने दोनों से हिमालयी तहर का मांस और लगभग 12 किलोग्राम कारू (औषधीय पौधे) जब्त किए हैं।
दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अनुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई है। पकड़े गए मांस के नमूने जांच के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून भेजे गए हैं। डीएफओ राहुल एम राहणे ने कहा कि आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। हिमालयन तहर जंगली बकरी एशियाई समखुरीयगण प्राणी है। तहर दुर्लभ प्रजाति एशिया में ही पाई जाती है। यह हिमालय में दक्षिणी तिब्बत, उत्तरी भारत और नेपाल में पाई जाती हैं।
विस्तार
वन्य जीव संरक्षण विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के धौलाधार सेंक्चुरी एरिया के अंतर्गत पलाचक में दुर्लभ हिमालयन बकरी के मांस और औषधीय पौधों के साथ दो शिकारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान देशराज और जोवन निवासी गांव नलहोटा, बड़ा ग्राम जिला कांगड़ा के रूप में हुई है। आरोपियों ने धौलाधार वन्यजीव अभयारण्य के अंदर झौरड़ी के पास दो हिमालयी तहर नामक बकरियों का शिकार किया था। समूह गश्त के दौरान आरएफओ डब्ल्यूएल उहल के कर्मियों ने दोनों से हिमालयी तहर का मांस और लगभग 12 किलोग्राम कारू (औषधीय पौधे) जब्त किए हैं।
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दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अनुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई है। पकड़े गए मांस के नमूने जांच के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून भेजे गए हैं। डीएफओ राहुल एम राहणे ने कहा कि आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। हिमालयन तहर जंगली बकरी एशियाई समखुरीयगण प्राणी है। तहर दुर्लभ प्रजाति एशिया में ही पाई जाती है। यह हिमालय में दक्षिणी तिब्बत, उत्तरी भारत और नेपाल में पाई जाती हैं।
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