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द नंगल सलांगड़ी सहकारी सभा में वित्तीय अनियमितताओं के गबन की राशि बढ़ सकती है। बीते वर्ष की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार 74 लाख का गबन पाया गया है। अक्तूबर की ऑडिट रिपोर्ट भी जल्द आएगी। इसमें गबन राशि और अधिक बढ़ने के आसार हैं। सहकारी सभा के पदाधिकारियों ने 250 खाता धारकों की जमा पूंजी डकार ली है। हालात यह है कि 450 करोड़ की सहकारी सभा के खाते में महज 600 रुपये की राशि की शेष बची है।
उधर, गबन के मामले में विजिलेंस ने सभा के सचिव सहित प्रधान, उप प्रधान कोषाध्यक्ष आदि पांच पदाधिकारियों के खिलाफ गबन का केस दर्ज किया है, लेकिन खाताधारकों को जमा पूंजी की चिंता सता रही है। गबन मामले को लेकर बनाई गई संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष एवं खाता धारक श्याम चंदेल के खाते में सात लाख, अशोक कुमार के 18 लाख और रजनी के 10 लाख की बड़ी राशि सभा के पास जमा है।
अन्य खाता धारकों का पैसा भी जमा है। दो वर्ष पूर्व सुनियोजित ढंग से बेनामी ऋण दर्शाकर सभा के सचिव ने पदाधिकारियों की मिलीभगत से पैसा हड़प लिया। इनमें कुछ लोग दुनिया छोड़कर चले गए हैं, उनके नाम पर भी कर्ज दर्शाया गया है। दो हजार रुपये कर्ज वाले के सामने 2,00000 बनाकर ब्याज सहित दिखाया गया है। अक्तूबर 2022 में हुई जांच की रिपोर्ट एक सप्ताह में आने वाली है। उसमें घोटाले की परतें खुलेंगी। संवाद
कोई हुआ बीमार तो कोई डिप्रेशन का शिकार
संघर्ष कमेटी के महासचिव मनीष कुमार ने बताया कि जिन लोगों के लाखों रुपये सोसायटी के पास जमा हैं, उनमें करीब छह लोग अवसाद का शिकार हो गए हैं। इनका इलाज चल रहा है। अक्तूबर 2022 में हुए ऑडिट की रिपोर्ट जल्दी आएगी। पीड़ितों को उनकी धनराशि ब्याज सहित लौटाई जाए।
जल्द हों गिरफ्तारियां
संघर्ष समिति के प्रधान श्याम चंदेल और महासचिव मनीष कुमार ने कहा कि केस दर्ज हुए दो दिन हो गए हैं, लेकिन विजिलेंस ने घोटाले बाजों की गिरफ्तारी नहीं की। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। लोगों का पैसा वापस किया जाए।