प्रदेश सरकार ने 45 उप-स्वास्थ्य केंद्र को टेलीमेडिसन से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन केंद्रों में मरीजों के ऑपरेशन और अन्य स्वास्थ्य परामर्श के लिए आधारभूत ढांचा स्थापित करने शुरू कर दिया है।
हिमाचल के सिविल अस्पताल, ईएसआई, सीएचसी में यह सेवाएं पहले से चल रही हैं। अब सरकार 2068 उप-स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ने जा रही है। प्रदेश सरकार ने 50 उप-स्वास्थ्य केंद्र के टेलीमेडिसन प्रोजेक्ट से जोड़ने का फैसला लिया था।
इसमें से जिला सिरमौर और मंडी के 5 उप-स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसन सेवा आरंभ कर दी है। इस सुविधा में 6150 लोगों को टेली मेडिसन केंद्र के माध्यम से इलाज और परामर्श की सुविधा मुहैया करवा दी है।
अब सरकार ने प्रदेश के 45 उप-स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की है। यह सेवाएं कांगड़ा, लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा, हमीरपुर में शुरू की जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो दूरदराज के उप-स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है।
टेलीमेडिसन के माध्यम से आईजीएमसी, अपोलो जैसे बड़े स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सकों से परामर्श ले सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि साल के अंत तक 15 से 20 स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ा जाना है।
प्रदेश सरकार ने 45 उप-स्वास्थ्य केंद्र को टेलीमेडिसन से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन केंद्रों में मरीजों के ऑपरेशन और अन्य स्वास्थ्य परामर्श के लिए आधारभूत ढांचा स्थापित करने शुरू कर दिया है।
हिमाचल के सिविल अस्पताल, ईएसआई, सीएचसी में यह सेवाएं पहले से चल रही हैं। अब सरकार 2068 उप-स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ने जा रही है। प्रदेश सरकार ने 50 उप-स्वास्थ्य केंद्र के टेलीमेडिसन प्रोजेक्ट से जोड़ने का फैसला लिया था।
इसमें से जिला सिरमौर और मंडी के 5 उप-स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसन सेवा आरंभ कर दी है। इस सुविधा में 6150 लोगों को टेली मेडिसन केंद्र के माध्यम से इलाज और परामर्श की सुविधा मुहैया करवा दी है।
अब सरकार ने प्रदेश के 45 उप-स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की है। यह सेवाएं कांगड़ा, लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा, हमीरपुर में शुरू की जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो दूरदराज के उप-स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है।
टेलीमेडिसन के माध्यम से आईजीएमसी, अपोलो जैसे बड़े स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सकों से परामर्श ले सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि साल के अंत तक 15 से 20 स्वास्थ्य केंद्रों को इस सुविधा से जोड़ा जाना है।