Dattatreya Jayanti 2022: 7 दिसंबर को अगहन माह की पूर्णिमा तिथि है और इस दिन भगवान दत्तात्रेय का जन्मोत्सव मनाया जाता है। पूर्णिमा पर पूजा-पाठ, गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि को भगवान दत्तात्रेय की जयंती मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान दत्तात्रेय ऐसे देवता है जिनमें भगवान शंकर,विष्णु और ब्रह्रााजी तीनों का मिलाजुला रूप है। इसके अलावा भगवान दत्तात्रेय के अंदर गुरु और भगवान दोनों का स्वरूप निहित है। इनके तीन मुख और 6 हाथ होते हैं। गाय और श्वान इन साथ हमेशा रहते हैं। भगवान दत्तात्रेय ने अपने 24 गुरु माने हैं। इनकी पूजा करने पर त्रिदेवों का आशीर्वाद एक साथ मिलता है। इसके अलावा जब तीनों देवों ने माता अनुसूया के पतिव्रत धर्म की परीक्षा ली और उन पर प्रसन्न हुए थे तब तीनों के संयुक्त रूप में इनका जन्म हुआ था।
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