विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद लक्ष्य सेन का बैडमिंटन कोर्ट पर सुनहरा सफर जारी है। इस बार ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन के दूसरे दौर में अल्मोड़ा के शटलर ने दुनिया के नंबर तीन डेनमार्क के एंडर्स एंटनसन पर सीधे गेमों में 21-16, 21-18 से जीत दर्ज कर बड़ा उलटफेर किया। इस जीत के साथ उन्होंने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहली बार जगह बनाई। वहीं ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और साइना नेहवाल की पहली बार ऑल इंग्लैंड जीतने की उम्मीदें बिखर गईं। दोनों शटलरों को बृहस्पतिवार को हार का सामना करना पड़ा।
एक हफ्ते में तीसरी बड़ी जीत:
एक सप्ताह के दौरान लक्ष्य की यह दुनिया के शीर्ष पांच में शुमार तीसरे शटलर पर जीत है। जर्मन ओपन में उन्होंने दुनिया के नंबर एक डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन और नंबर पांच इंडोनेशिया के एंथोनी गिंटिंग को हराया था। यूटिलिटा एरीना में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में बुधवार की रात लक्ष्य ने पहले दौर में हमवतन सौरभ वर्मा को 21-17, 21-7 से पराजित किया था। बृहस्पतिवार को लक्ष्य के सामने 2019 और 2021 की विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता एंटनसन थे। दोनों के बीच यह पहला मुकाबला था, जिसमें लक्ष्य अनुभवी प्रतिद्वंद्वी पर भारी पड़े। पहले गेम के पहले ब्रेक में उन्होंने 11-9 की बढ़त बनाई और एंटनसन को नेट से दूर रखा। उन्होंने बाद में इस बढ़त को बरकरार रख गेम जीत लिया। दूसरे गेम में लक्ष्य ने 19-16 की बढ़त बनाई। 20-17 पर एंटनसन ने एक मैच प्वाइंट भी बचाया, लेकिन लक्ष्य ने उन्हें आगे मौका नहीं देकर मैच अपने नाम कर लिया। उनका अंतिम आठ में मुकाबला हांगकांग के आठवें वरीय एनजी का लांग एंगस और चीन के लू गुआंग जू के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।
डेनमार्क के शटलरों संग अभ्यास करते रहे हैं लक्ष्य
बेंगलुरु स्थित प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन विमल कुमार और पिता डीके सेन के संरक्षण में तैयारी करने वाले लक्ष्य ने बीते वर्ष लॉकडाउन के दौरान डेनमार्क की राष्ट्रीय टीम के साथ उन्हीं के देश में प्रैक्टिस की थी। उस दौरान उन्होंने एंटनसन के साथ अभ्यास मैच खेले थे। बीते वर्ष ही विक्टर एक्सेलसेन ने लक्ष्य को अपने साथ अभ्यास के लिए दुबई बुलाया था। विक्टर उनके साथ अभ्यास करना पसंद करते हैं। इन दोनों ही शटलरों को लक्ष्य ने अब अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में शिकस्त दी है।
सिंधू को फिर दूसरे दौर में मिली हार
छठी वरीयता प्राप्त पीवी सिंधू लगातार दूसरे टूर्नामेंट में दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाईं। उन्हें जापान की सायकी ताकाहाशी से एक घंटे छह मिनट के संघर्ष में 19-21, 21-16, 17-21 से हार का सामना करना पड़ा। पहले गेम से ही ताकाहाशी ने सिंधू पर दबाव बनाकर रखा और वह बढ़त पर रहीं। सिंधू ने गेम के अंत में बढ़त को कम करने की कोशिश की और 19-20 तक पहुंचीं, लेकिन गेम प्वाइंट पर वह चूक गईं। इससे पहले जर्मन ओपन में भी उन्हें निचली रैंकिंग की चीन की झांग यी मान के हाथों दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा था।
50 मिनट के संघर्ष में हारीं साइना
2015 के ऑल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने साइना ने बृहस्पतिवार को जापान की दूसरी वरीयता प्राप्त अकाने यामागुची को कड़ी टक्कर दी। पहला गेम 14-21 से हारने के बाद उन्होंने वापसी कर दूसरे गेम 21-17 से जीता। तीसरे गेम में भी वह मैच में थीं, लेकिन यामागुची ने अंत में 50 मिनट के मुकाबले में बाजी मार ली। साइना और सिंधू को अगर जीत हासिल होती तो क्वार्टर फाइनल में दोनों का आपस में मुकाबला होता। साइना को जर्मन ओपन में दूसरे दौर में थाईलैंड की पूर्व विश्व चैंपियन रत्चानोक इंतेनॉन से हार मिली थी।
सात्विक, चिराग भी अंतिम आठ में पहुंचे
पांचवीं वरीयता प्राप्त सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने पुरुष युगल के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। उन्होंने महज 27 मिनट में जर्मनी के मार्क लैम्सफस और मर्विन सिडेल को एकतरफा मुकाबले में 21-7, 21-7 से पराजित किया।
विस्तार
विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद लक्ष्य सेन का बैडमिंटन कोर्ट पर सुनहरा सफर जारी है। इस बार ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन के दूसरे दौर में अल्मोड़ा के शटलर ने दुनिया के नंबर तीन डेनमार्क के एंडर्स एंटनसन पर सीधे गेमों में 21-16, 21-18 से जीत दर्ज कर बड़ा उलटफेर किया। इस जीत के साथ उन्होंने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहली बार जगह बनाई। वहीं ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और साइना नेहवाल की पहली बार ऑल इंग्लैंड जीतने की उम्मीदें बिखर गईं। दोनों शटलरों को बृहस्पतिवार को हार का सामना करना पड़ा।
एक हफ्ते में तीसरी बड़ी जीत:
एक सप्ताह के दौरान लक्ष्य की यह दुनिया के शीर्ष पांच में शुमार तीसरे शटलर पर जीत है। जर्मन ओपन में उन्होंने दुनिया के नंबर एक डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन और नंबर पांच इंडोनेशिया के एंथोनी गिंटिंग को हराया था। यूटिलिटा एरीना में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में बुधवार की रात लक्ष्य ने पहले दौर में हमवतन सौरभ वर्मा को 21-17, 21-7 से पराजित किया था। बृहस्पतिवार को लक्ष्य के सामने 2019 और 2021 की विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता एंटनसन थे। दोनों के बीच यह पहला मुकाबला था, जिसमें लक्ष्य अनुभवी प्रतिद्वंद्वी पर भारी पड़े। पहले गेम के पहले ब्रेक में उन्होंने 11-9 की बढ़त बनाई और एंटनसन को नेट से दूर रखा। उन्होंने बाद में इस बढ़त को बरकरार रख गेम जीत लिया। दूसरे गेम में लक्ष्य ने 19-16 की बढ़त बनाई। 20-17 पर एंटनसन ने एक मैच प्वाइंट भी बचाया, लेकिन लक्ष्य ने उन्हें आगे मौका नहीं देकर मैच अपने नाम कर लिया। उनका अंतिम आठ में मुकाबला हांगकांग के आठवें वरीय एनजी का लांग एंगस और चीन के लू गुआंग जू के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।
डेनमार्क के शटलरों संग अभ्यास करते रहे हैं लक्ष्य
बेंगलुरु स्थित प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन विमल कुमार और पिता डीके सेन के संरक्षण में तैयारी करने वाले लक्ष्य ने बीते वर्ष लॉकडाउन के दौरान डेनमार्क की राष्ट्रीय टीम के साथ उन्हीं के देश में प्रैक्टिस की थी। उस दौरान उन्होंने एंटनसन के साथ अभ्यास मैच खेले थे। बीते वर्ष ही विक्टर एक्सेलसेन ने लक्ष्य को अपने साथ अभ्यास के लिए दुबई बुलाया था। विक्टर उनके साथ अभ्यास करना पसंद करते हैं। इन दोनों ही शटलरों को लक्ष्य ने अब अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में शिकस्त दी है।
सिंधू को फिर दूसरे दौर में मिली हार
छठी वरीयता प्राप्त पीवी सिंधू लगातार दूसरे टूर्नामेंट में दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाईं। उन्हें जापान की सायकी ताकाहाशी से एक घंटे छह मिनट के संघर्ष में 19-21, 21-16, 17-21 से हार का सामना करना पड़ा। पहले गेम से ही ताकाहाशी ने सिंधू पर दबाव बनाकर रखा और वह बढ़त पर रहीं। सिंधू ने गेम के अंत में बढ़त को कम करने की कोशिश की और 19-20 तक पहुंचीं, लेकिन गेम प्वाइंट पर वह चूक गईं। इससे पहले जर्मन ओपन में भी उन्हें निचली रैंकिंग की चीन की झांग यी मान के हाथों दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा था।
50 मिनट के संघर्ष में हारीं साइना
2015 के ऑल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने साइना ने बृहस्पतिवार को जापान की दूसरी वरीयता प्राप्त अकाने यामागुची को कड़ी टक्कर दी। पहला गेम 14-21 से हारने के बाद उन्होंने वापसी कर दूसरे गेम 21-17 से जीता। तीसरे गेम में भी वह मैच में थीं, लेकिन यामागुची ने अंत में 50 मिनट के मुकाबले में बाजी मार ली। साइना और सिंधू को अगर जीत हासिल होती तो क्वार्टर फाइनल में दोनों का आपस में मुकाबला होता। साइना को जर्मन ओपन में दूसरे दौर में थाईलैंड की पूर्व विश्व चैंपियन रत्चानोक इंतेनॉन से हार मिली थी।
सात्विक, चिराग भी अंतिम आठ में पहुंचे
पांचवीं वरीयता प्राप्त सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने पुरुष युगल के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। उन्होंने महज 27 मिनट में जर्मनी के मार्क लैम्सफस और मर्विन सिडेल को एकतरफा मुकाबले में 21-7, 21-7 से पराजित किया।