विश्व चैम्पियनशिप 2019 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने प्रधानमंत्री मोदी से आज दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद और मिस किम भी संग थी। आज ही विदेश यात्रा से लौटे मोदी ने इस दौरान सिंधु को मेडल पहनाकर उन्हें शुभकामनाएं दी और उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद भी दिया।
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 'सिंधु भारत का गौरव हैं, एक चैम्पियन हैं, जिन्होंने देश में एक स्वर्ण पदक और बेशुमार सम्मान लाया। पीवी सिंधु से मिलकर खुशी हुई। उन्हें बधाई और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाओं के साथ आशीर्वाद।'
इसके पहले खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने करने के लिए 10 लाख रुपये का चेक सौंपा। ओलंपिक रजत पदक विजेता ने यहां पहुंचने पर खेल मंत्री से मुलाकात की। रिजिजू के साथ सिंधु की मुलाकात के दौरान भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा, कोच पुलेला गोपीचंद और किम जी ह्यून तथा सिंधु के पिता पी वी रमन्ना भी उपस्थित थे। रमन्ना 1986 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय वॉलीबाल टीम के सदस्य थे। यह मुलाकात एक घंटे से भी अधिक समय तक चली। खेल मंत्री ने साई प्रणीत को भी बधाई दी और विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें चार लाख रूपये का चेक दिया।
स्विटजरलैंड में रविवार को विश्व चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल जीतने के बाद सिंधु भी आज ही स्वदेश लौटीं। इस दौरान हवाई अड्डे पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से बाहर आते ही जोरदार स्वागत हुआ। उन्हें फूलमालाएं पहनाई गईं। स्विटजरलैंड से जीतकर लौटीं सिंधु ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत अहम पल हैं। मुझे अपने भारतीय होने पर बेहद गर्व महसूस हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने अब उनसे पूछे जा रहे सवाल के बारे में भी बताया।
बता दें कि BWF बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीता।
विश्व चैम्पियनशिप 2019 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने प्रधानमंत्री मोदी से आज दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद और मिस किम भी संग थी। आज ही विदेश यात्रा से लौटे मोदी ने इस दौरान सिंधु को मेडल पहनाकर उन्हें शुभकामनाएं दी और उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद भी दिया।
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 'सिंधु भारत का गौरव हैं, एक चैम्पियन हैं, जिन्होंने देश में एक स्वर्ण पदक और बेशुमार सम्मान लाया। पीवी सिंधु से मिलकर खुशी हुई। उन्हें बधाई और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाओं के साथ आशीर्वाद।'
इसके पहले खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने करने के लिए 10 लाख रुपये का चेक सौंपा। ओलंपिक रजत पदक विजेता ने यहां पहुंचने पर खेल मंत्री से मुलाकात की। रिजिजू के साथ सिंधु की मुलाकात के दौरान भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा, कोच पुलेला गोपीचंद और किम जी ह्यून तथा सिंधु के पिता पी वी रमन्ना भी उपस्थित थे। रमन्ना 1986 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय वॉलीबाल टीम के सदस्य थे। यह मुलाकात एक घंटे से भी अधिक समय तक चली। खेल मंत्री ने साई प्रणीत को भी बधाई दी और विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें चार लाख रूपये का चेक दिया।
स्विटजरलैंड में रविवार को विश्व चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल जीतने के बाद सिंधु भी आज ही स्वदेश लौटीं। इस दौरान हवाई अड्डे पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से बाहर आते ही जोरदार स्वागत हुआ। उन्हें फूलमालाएं पहनाई गईं। स्विटजरलैंड से जीतकर लौटीं सिंधु ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत अहम पल हैं। मुझे अपने भारतीय होने पर बेहद गर्व महसूस हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने अब उनसे पूछे जा रहे सवाल के बारे में भी बताया।
बता दें कि BWF बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीता।