स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Rajeev Rai
Updated Tue, 06 Apr 2021 10:46 PM IST
ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुकी भारतीय महिला हॉकी टीम ने मंगलवार को ऑनलाइन मानसिक अभ्यास कार्यशाला में हिस्सा लिया। इसका संचालन प्रसिद्ध खेल मनोचिकित्सक मुग्धा बावरे तो कार्यक्रम का आयोजन भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने किया। इस कार्यशाला का आयोजन टारगेट ओलंपिक पोडियम के तहत किया गया। यह टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए आयोजित किए जाने वाले सत्रों की श्रृंखला का हिस्सा था।
भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच सोर्ड मारिन ने कहा, ‘मैंने 2017 में जब से टीम के साथ काम करना शुरू किया तभी से मानसिक मजबूती पर ध्यान केंद्रित किया। ’ बावरे ने कहा, ‘मानसिक अभ्यास को आपके सोचने के तरीके और मैच के प्रति आपकी सोच के आधार पर परिभाषित किया जाता है। शत प्रतिशत प्रदर्शन के लिए शारीरिक और तकनीकी पहलुओं के साथ मानसिक अभ्यास का संतुलन भी आवश्यक है। खिलाड़ियों का चिंतित होना आम बात है।’
ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुकी भारतीय महिला हॉकी टीम ने मंगलवार को ऑनलाइन मानसिक अभ्यास कार्यशाला में हिस्सा लिया। इसका संचालन प्रसिद्ध खेल मनोचिकित्सक मुग्धा बावरे तो कार्यक्रम का आयोजन भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने किया। इस कार्यशाला का आयोजन टारगेट ओलंपिक पोडियम के तहत किया गया। यह टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए आयोजित किए जाने वाले सत्रों की श्रृंखला का हिस्सा था।
भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच सोर्ड मारिन ने कहा, ‘मैंने 2017 में जब से टीम के साथ काम करना शुरू किया तभी से मानसिक मजबूती पर ध्यान केंद्रित किया। ’ बावरे ने कहा, ‘मानसिक अभ्यास को आपके सोचने के तरीके और मैच के प्रति आपकी सोच के आधार पर परिभाषित किया जाता है। शत प्रतिशत प्रदर्शन के लिए शारीरिक और तकनीकी पहलुओं के साथ मानसिक अभ्यास का संतुलन भी आवश्यक है। खिलाड़ियों का चिंतित होना आम बात है।’