भारत ने
वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स 2017 में अपने पदकों की संख्या में इजाफा कर लिया है। कर्मज्योति दलाल ने डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक जीतकर भारत के पदकों की संख्या 3 कर दी है।
दलाल ने महिलाओं के एफ 55 वर्ग में अंतिम समय में 19.02 मीटर की दूरी पर डिस्क फेंककर कांस्य पदक पक्का किया। उन्होंने .01 मीटर के अंतर से बहरैन की अलोमारी रोबा को हराया।
पिछले साल रियो पैरालंपिक्स में दलाल का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। तब उन्होंने लगातार तीन असफल थ्रो किए थे और शुरुआत ही नहीं कर सकी थीं। हालांकि, 30 वर्षीया ने इस साल मार्च में फजा इंटरनेशनल IPC इंटरनेशनल एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता।
इससे पहले सुन्दर सिंह गुर्जर और अमित सरोहा ने क्रमशः गोल्ड व सिल्वर मेडल जीता था। भारत की तरफ से वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स में मेडल का खाता जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक) सुन्दर सिंह गुर्जर ने गोल्ड जीतकर किया था। इसके दो दिन बाद अमित सरोहा ने क्लब थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था।
भारत ने वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स 2017 में अपने पदकों की संख्या में इजाफा कर लिया है। कर्मज्योति दलाल ने डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक जीतकर भारत के पदकों की संख्या 3 कर दी है।
दलाल ने महिलाओं के एफ 55 वर्ग में अंतिम समय में 19.02 मीटर की दूरी पर डिस्क फेंककर कांस्य पदक पक्का किया। उन्होंने .01 मीटर के अंतर से बहरैन की अलोमारी रोबा को हराया।
पिछले साल रियो पैरालंपिक्स में दलाल का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। तब उन्होंने लगातार तीन असफल थ्रो किए थे और शुरुआत ही नहीं कर सकी थीं। हालांकि, 30 वर्षीया ने इस साल मार्च में फजा इंटरनेशनल IPC इंटरनेशनल एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता।
इससे पहले सुन्दर सिंह गुर्जर और अमित सरोहा ने क्रमशः गोल्ड व सिल्वर मेडल जीता था। भारत की तरफ से वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स में मेडल का खाता जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक) सुन्दर सिंह गुर्जर ने गोल्ड जीतकर किया था। इसके दो दिन बाद अमित सरोहा ने क्लब थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था।