स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अंशुल तलमले
Updated Fri, 23 Apr 2021 08:53 AM IST
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किए गए अपने एक कोच को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया और घटना की जांच का आदेश दिया। यह कोच परियोजना अधिकारी से कोच बना था। उसकी उम्र 50 साल से अधिक है और वह एथलेटिक्स कोच है। इस समय वह पोक्सो (बच्चों को लैंगिक अपराधों से बचाव) अधिनियम के तहत तिहाड़ जेल में बंद हैं।
साई ने कहा कि उसे पता चला कि उससे भुगतान हासिल करने वाला एक कोच 13 साल की बालिका से छेड़छाड़ की कथित घटना के बाद गिरफ्तार किया जा चुका है और यह घटना सिरी फोर्ट खेल परिसर में हुई जहां वह उसे निजी ट्रेनिंग दे रहा था।
साई ने बयान में कहा, ‘कथित घटना साइ के अधिकार क्षेत्र के बाहर के परिसर में हुई जहां कोच इस नाबालिग को ट्रेनिंग दे रहा था। कोच अधिकारी से मंजूरी बिना ही खुद ही ट्रेनिंग दे रहा था। कोच को निलंबित कर दिया गया है और जांच का आदेश दिया गया है। पुलिस भी अलग से इस घटना की जांच कर रही है।’
अगर कोच को पोक्सो अधिनियम के अंतर्गत दोषी पाया गया तो उसे अधिकतम सात साल जेल की सजा हो सकती है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किए गए अपने एक कोच को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया और घटना की जांच का आदेश दिया। यह कोच परियोजना अधिकारी से कोच बना था। उसकी उम्र 50 साल से अधिक है और वह एथलेटिक्स कोच है। इस समय वह पोक्सो (बच्चों को लैंगिक अपराधों से बचाव) अधिनियम के तहत तिहाड़ जेल में बंद हैं।
साई ने कहा कि उसे पता चला कि उससे भुगतान हासिल करने वाला एक कोच 13 साल की बालिका से छेड़छाड़ की कथित घटना के बाद गिरफ्तार किया जा चुका है और यह घटना सिरी फोर्ट खेल परिसर में हुई जहां वह उसे निजी ट्रेनिंग दे रहा था।
साई ने बयान में कहा, ‘कथित घटना साइ के अधिकार क्षेत्र के बाहर के परिसर में हुई जहां कोच इस नाबालिग को ट्रेनिंग दे रहा था। कोच अधिकारी से मंजूरी बिना ही खुद ही ट्रेनिंग दे रहा था। कोच को निलंबित कर दिया गया है और जांच का आदेश दिया गया है। पुलिस भी अलग से इस घटना की जांच कर रही है।’
अगर कोच को पोक्सो अधिनियम के अंतर्गत दोषी पाया गया तो उसे अधिकतम सात साल जेल की सजा हो सकती है।