न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मथुरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Thu, 14 Mar 2019 11:28 AM IST
ब्रज की विश्व प्रसिद्ध लठामार होली के लिए श्रीजी की नगरी बरसाना को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है, वहीं कृष्ण की नगरी नंदगांव में केवल खानापूर्ति की जा रही है। शासन-प्रशासन का पूरा ध्यान बरसाना पर केंद्रित है, नंदगांव की ओर नहीं।
संस्कृति विभाग द्वारा बरसाना के राधाबिहारी इंटर कॉलेज में दो दिन देश-विदेश के कलाकारों से सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। समानता को एक कार्यक्रम नंदगांव में भी होना था। बरसाना में झांकियां निकाली जाएंगी। इसमें भारत के विभिन्न राज्यों की होली को दिखाया जाएगा।
होली एवं राधाकृष्ण की लीलाओं को दर्शाते भित्ति चित्र बनाए गए हैं। श्रीजी मंदिर व मार्ग को रंग-बिरंगी लाइटिंग से सजाया जा रहा है। इसके उलट पर्यटन विभाग, ब्रज तीर्थ विकास परिषद एवं संस्कृति विभाग द्वारा नंदगांव में कोई खास इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।
खाना पूर्ति के लिए केवल नंदभवन में औपचारिक रूप से लाइटिंग के आदेश अभी दिए हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री की बरसाना-नंदगांव की लठामार होली को विश्व पटल पर दिखाने की योजना कैसे परवान चढ़ेगी। वहीं इसे लेकर नंदगांव के लोगों में भी नाराजगी है।
बरसाना के लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने कहा कि नंदगांव-बरसाना की साझा संस्कृति है। यहां मनाए जाने वाले त्योहारों में एकरूपता है। दोनों नगरों के लोग एक साथ मनाते हैं। शासन-प्रशासन द्वारा नंदगांव-बरसाना में भेदभाव करना राधा-कृष्ण में अंतर करने जैसा है।
नंदगांव की बांकेबिहारी गोस्वामी ने कहा कि बरसाना की तरह नंदगांव की लठामार होली पर शासन-प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। स्थानीय लोगों के साथ-साथ हजारों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
ब्रज की विश्व प्रसिद्ध लठामार होली के लिए श्रीजी की नगरी बरसाना को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है, वहीं कृष्ण की नगरी नंदगांव में केवल खानापूर्ति की जा रही है। शासन-प्रशासन का पूरा ध्यान बरसाना पर केंद्रित है, नंदगांव की ओर नहीं।
संस्कृति विभाग द्वारा बरसाना के राधाबिहारी इंटर कॉलेज में दो दिन देश-विदेश के कलाकारों से सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। समानता को एक कार्यक्रम नंदगांव में भी होना था। बरसाना में झांकियां निकाली जाएंगी। इसमें भारत के विभिन्न राज्यों की होली को दिखाया जाएगा।
होली एवं राधाकृष्ण की लीलाओं को दर्शाते भित्ति चित्र बनाए गए हैं। श्रीजी मंदिर व मार्ग को रंग-बिरंगी लाइटिंग से सजाया जा रहा है। इसके उलट पर्यटन विभाग, ब्रज तीर्थ विकास परिषद एवं संस्कृति विभाग द्वारा नंदगांव में कोई खास इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।