आगरा में एक वायरल वीडियो से एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा सामने आया है। डॉक्टरों ने आग से झुलसी हुई महिला को वार्ड से बाहर कर दिया। सीढ़ियों पर पड़ी महिला दर्द से कराहती रही। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गार्ड के पैर पड़कर भर्ती कराने की गुहार भी लगा रहे हैं।
घटना 31 अक्तूबर के सर्जरी विभाग की नई इमारत की है। यहां फिरोजाबाद की प्रियंका को 75 फीसदी जली हालत में इमरजेंसी में भर्ती कराया। यहां से उसे सर्जरी विभाग की नई इमारत में बने बर्न वार्ड में शिफ्ट कर दिया। दो नवंबर की देर रात मरीज की ड्रिप खत्म होने से खून का रिसाव होने लगा।
परिजनों ने डॉक्टर से ड्रिप बदलवाने को कहा तो उन्होंने नर्सिंग स्टाफ से बोलने को कह दिया। नर्सिंग स्टाफ मौके पर नहीं मिला, इस पर परिजन दोबारा डॉक्टर के पास गए तो उसने कहा कि ये मेरा काम नहीं है, अपने आप बदल लो।
इस पर परिजनों ने मरीज की हालत बिगड़ने का हवाला देकर डॉक्टर से ड्रिप बदलने की गुहार लगाई। इस पर डॉक्टर भड़क गया और उसने मरीज को बाहर निकलवा दिया। सीढ़ियों पर पड़ी महिला दर्द से तड़पती रही है और उसके परिजन इलाज के लिए गुहार लगाते रहे।
पुलिस को फोन करने के बाद मरीज को भर्ती कर लिया गया। दूसरे दिन परिजन मरीज को यहां से लेकर चले गए, मरीज की मौत हो गई। अब यह वीडियो वायरल होने के बाद डीएम ने इसकी जांच एडीएम सिटी को सौंप दी है।
आगरा में एक वायरल वीडियो से एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा सामने आया है। डॉक्टरों ने आग से झुलसी हुई महिला को वार्ड से बाहर कर दिया। सीढ़ियों पर पड़ी महिला दर्द से कराहती रही। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गार्ड के पैर पड़कर भर्ती कराने की गुहार भी लगा रहे हैं।
घटना 31 अक्तूबर के सर्जरी विभाग की नई इमारत की है। यहां फिरोजाबाद की प्रियंका को 75 फीसदी जली हालत में इमरजेंसी में भर्ती कराया। यहां से उसे सर्जरी विभाग की नई इमारत में बने बर्न वार्ड में शिफ्ट कर दिया। दो नवंबर की देर रात मरीज की ड्रिप खत्म होने से खून का रिसाव होने लगा।
परिजनों ने डॉक्टर से ड्रिप बदलवाने को कहा तो उन्होंने नर्सिंग स्टाफ से बोलने को कह दिया। नर्सिंग स्टाफ मौके पर नहीं मिला, इस पर परिजन दोबारा डॉक्टर के पास गए तो उसने कहा कि ये मेरा काम नहीं है, अपने आप बदल लो।