आगरा की सदर पुलिस ने वाहन चोरों का ऐसा गैंग पकड़ा है जिसे एमबीए और बीए पास युवक चला रहे थे। इनकी निशानदेही पर 100 वाहन बरामद किए गए हैं। इनमें 11 साबुत मिले हैं जबकि 89 के पार्ट्स। सात सदस्यों के गिरोह ने सभी चोरियां शहर में पिछले एक साल में की हैं। दो वाहन चोर कबाड़ी का काम करते हैं। इनके गोदाम में वाहन काटे जाते हैं।
एसएसपी दिनेश चंद दुबे ने पुलिस लाइन में मीडिया को इस खुलासे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार वाहन चोर उर्खरा का राजीव, टीला बालूगंज के असगर और मोहिद, नई बस्ती बालूगंज का नसरूद्दीन, धौलपुर के मनिया का अशोक उर्फ आर्यन, छीपीटोला का सोनू उर्फ विवेक जैन, सदर के इन्द्रापुुरम का आशीष हैं। इनमें आशीष ने खुद को एमबीए बताया है।
उसका कहना है कि वह एनएच-2 पर रुनकता के पास स्थित एक कॉलेज से एमबीए पास है। गैंग का सरगना राजीव है। उसने बताया है कि वह शमसाबाद रोड स्थित एक डिग्री कॉलेज से बीए पास है। इस गिरोह से बरामद वाहनों में सात मोटरसाइकिल, चार एक्टिवा मिले हैं।
इनके अलावा मोटरसाइकिलों और एक्टिवा के इंजन, बॉडी, टंकी, पहिए मिले हैं। ऐसे वाहनों की संख्या 89 है। बदमाशों से तमंचे और कारतूस भी मिले हैं। एक मास्टर चाभी बरामद हुई है जिससे वाहनों के लॉक खोल उन्हें चोरी किया जाता था।
एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह वाहनों को काटकर उन्हें पार्ट्स बेचने का काम करता है। गिरोह के सदस्य आशीष ने इंद्रापुरम में गोदाम बना रखा है। इसमें चोरी के वाहन काटे जाते थे। यहां से चोरी की मोटरसाइकिलें मिली हैं। चोरी के वाहनों के पार्ट्स भी मिले हैं।
इस गिरोह ने एक साल में 150 से 200 वाहन चोरी किए हैं। वाहनों को नंबर प्लेट बदलकर बेचा जाता था। ज्यादातर वाहन धौलपुर में बेचे गए हैं। 60 हजार कीमत की बाइक चोरी कर उसे 10 हजार रुपये में बेचते थे। इसी तरह 55 हजार की स्कूटी 12 हजार रुपये में बेची हैं।
आगरा की सदर पुलिस ने वाहन चोरों का ऐसा गैंग पकड़ा है जिसे एमबीए और बीए पास युवक चला रहे थे। इनकी निशानदेही पर 100 वाहन बरामद किए गए हैं। इनमें 11 साबुत मिले हैं जबकि 89 के पार्ट्स। सात सदस्यों के गिरोह ने सभी चोरियां शहर में पिछले एक साल में की हैं। दो वाहन चोर कबाड़ी का काम करते हैं। इनके गोदाम में वाहन काटे जाते हैं।
एसएसपी दिनेश चंद दुबे ने पुलिस लाइन में मीडिया को इस खुलासे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार वाहन चोर उर्खरा का राजीव, टीला बालूगंज के असगर और मोहिद, नई बस्ती बालूगंज का नसरूद्दीन, धौलपुर के मनिया का अशोक उर्फ आर्यन, छीपीटोला का सोनू उर्फ विवेक जैन, सदर के इन्द्रापुुरम का आशीष हैं। इनमें आशीष ने खुद को एमबीए बताया है।
उसका कहना है कि वह एनएच-2 पर रुनकता के पास स्थित एक कॉलेज से एमबीए पास है। गैंग का सरगना राजीव है। उसने बताया है कि वह शमसाबाद रोड स्थित एक डिग्री कॉलेज से बीए पास है। इस गिरोह से बरामद वाहनों में सात मोटरसाइकिल, चार एक्टिवा मिले हैं।
इनके अलावा मोटरसाइकिलों और एक्टिवा के इंजन, बॉडी, टंकी, पहिए मिले हैं। ऐसे वाहनों की संख्या 89 है। बदमाशों से तमंचे और कारतूस भी मिले हैं। एक मास्टर चाभी बरामद हुई है जिससे वाहनों के लॉक खोल उन्हें चोरी किया जाता था।