फिरोजाबाद जिले में लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है। इस बार हर बूथ पर वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) लगाईं जाएंगीं। जिले में ये मशीनें हैदराबाद से आ चुकी हैं। इसके लिए गुरुवार से प्रशिक्षण भी शुरू हो गया है।
इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर उठ रहे सवालों के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने वीवीपैट लगाने का फैसला लिया है। इससे मतदाता को ईवीएम का बटन दबाते ही यह पता चल जाएगा कि उसका वोट किस प्रत्याशी को गया है।
लोकसभा चुनाव के लिए हैदराबाद से 3,270 वीवीपैट मशीनें मंगवाई गई हैं। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी रेनू अग्रवाल ने बताया कि वीवीपैट और सीयू की ट्रेनिंग गुरुवार से निर्वाचन कार्यालय में शुरू हो गई है।
वीवीपैट एक तरह की मशीन होती है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ जोड़ा जाता है। इस व्यवस्था के तहत मतदाता द्वारा वोट डालने के तुरंत बाद कागज की एक पर्ची बनती है।
इस पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है, उनका नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है। यह व्यवस्था इसलिए है ताकि किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोटों के साथ पर्ची का मिलान किया जा सके।
फिरोजाबाद जिले में लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है। इस बार हर बूथ पर वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) लगाईं जाएंगीं। जिले में ये मशीनें हैदराबाद से आ चुकी हैं। इसके लिए गुरुवार से प्रशिक्षण भी शुरू हो गया है।
इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर उठ रहे सवालों के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने वीवीपैट लगाने का फैसला लिया है। इससे मतदाता को ईवीएम का बटन दबाते ही यह पता चल जाएगा कि उसका वोट किस प्रत्याशी को गया है।
लोकसभा चुनाव के लिए हैदराबाद से 3,270 वीवीपैट मशीनें मंगवाई गई हैं। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी रेनू अग्रवाल ने बताया कि वीवीपैट और सीयू की ट्रेनिंग गुरुवार से निर्वाचन कार्यालय में शुरू हो गई है।