परेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस समय भर्तियों में सामान्य वर्ग के लिए 10 फीसदी आरक्षण का जिक्र कर युवाओं से वोट मांग रहे थे, उसी समय भीड़ में सबसे आगे पहुंचे एक युवक ने काला झंडा दिखाकर उनके सामने रोजगार का मुद्दा उठाया। अचानक हुई इस घटना से अफरातफरी मच गई और भाजपा समर्थकाें ने उसे घेरा लिया तथा जमकर धुनाई की। वहां तैनात पुलिस ने उसे किसी तरह से अपने कब्जे में लिया, लेकिन कार्यकर्ता उसे पीटने पर आमादा थे। पीएम का संबोधन खत्म होने के बाद समर्थक फिर युवक पर टूट पड़े और उसकी जान को खतरा बन गया था। इससे पुलिस भी सकते में आ गई और कुछ देर बाद फोर्स पहुंचने पर मामला शांत हुआ। युवक का मेडिकल कराया गया है। उसे गंभीर चोट नहीं लगी हैं।
प्रधानमंत्री की सभा में कई स्तर पर बैरीकेडिंग की गई थी। हर स्तर पर लोगों को जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा था। सुरक्षाकर्मियों की काला कपड़ा, गमछा, रुमाल आदि पर खास नजर रही और जिसके पास भी इस तरह के कपड़े थे उन्हें वापस कर दिया गया। इसके बावजूद अंकित प्रधान नामक युवक काला झंडा लेकर भीतर पहुंचने में सफल रहा। उसकी उम्र मात्र 17 वर्ष है और सिरसा के उपरौरा गांव के राजेंद्र प्रसाद यादव का पुत्र है। वह भीतर की बैरीकेडिंग को लांघते हुए प्रेस दीर्घा तक पहुंच गया था और जैसे ही प्रधानमंत्री का संबोधन शुरू हुआ, वह झंडा दिखाने के साथ नारेबाजी करने लगा।
पांच बार मोदी मुर्दाबाद का नारा लगाया था कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उसे दबोच लिया और पिटाई शुरू कर दी। उसके कपड़े फट गए थे। चेहरे तथा शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट लगी थी। पुलिसकर्मियों ने उसे किसी तरह से वहां से निकाला और इंस्पेक्टर दारागंज के हवाले किया। कार्यकर्ताओं में जबरदस्त रोष था और प्रधानमंत्री का संबोधन चल रहा था, इसलिए फोर्स नहीं आ सकी। ऐसे में युवक को सभा स्थल के बाहर पुलिस के घेरे में रखा गया था, लेकिन समर्थक उसे लगातार मारने की कोशिश करते रहे।
प्रधानमंत्री का संबोधन खत्म होने के बाद तो बाहर निकले युवाओं ने उस पर फिर हमला बोल दिया और लात-घूंसों से पिटाई करने लगे। इस दौरान पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी। इंस्पेक्टर ने वरिष्ठ अफसरों से बात कर तत्काल फोर्स और गाड़ी की मांग की। प्रधानमंत्री के जाने के बाद वहां तैनात फोर्स तत्काल पहुंची। इसके बाद लोगों को हटाया गया। काला झंडा दिखाने वाले युवक का कहना था कि बेरोजगारी से वह तंग आ गया है, इसलिए उसने काला झंडा दिखाया। इंस्पेक्टर विनित सिंह ने बताया कि युवक की चिकित्सीय जांच कराई गई है। मुकदमा लिखकर आगे की कार्रवाई जाएगी।
परेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस समय भर्तियों में सामान्य वर्ग के लिए 10 फीसदी आरक्षण का जिक्र कर युवाओं से वोट मांग रहे थे, उसी समय भीड़ में सबसे आगे पहुंचे एक युवक ने काला झंडा दिखाकर उनके सामने रोजगार का मुद्दा उठाया। अचानक हुई इस घटना से अफरातफरी मच गई और भाजपा समर्थकाें ने उसे घेरा लिया तथा जमकर धुनाई की। वहां तैनात पुलिस ने उसे किसी तरह से अपने कब्जे में लिया, लेकिन कार्यकर्ता उसे पीटने पर आमादा थे। पीएम का संबोधन खत्म होने के बाद समर्थक फिर युवक पर टूट पड़े और उसकी जान को खतरा बन गया था। इससे पुलिस भी सकते में आ गई और कुछ देर बाद फोर्स पहुंचने पर मामला शांत हुआ। युवक का मेडिकल कराया गया है। उसे गंभीर चोट नहीं लगी हैं।
प्रधानमंत्री की सभा में कई स्तर पर बैरीकेडिंग की गई थी। हर स्तर पर लोगों को जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा था। सुरक्षाकर्मियों की काला कपड़ा, गमछा, रुमाल आदि पर खास नजर रही और जिसके पास भी इस तरह के कपड़े थे उन्हें वापस कर दिया गया। इसके बावजूद अंकित प्रधान नामक युवक काला झंडा लेकर भीतर पहुंचने में सफल रहा। उसकी उम्र मात्र 17 वर्ष है और सिरसा के उपरौरा गांव के राजेंद्र प्रसाद यादव का पुत्र है। वह भीतर की बैरीकेडिंग को लांघते हुए प्रेस दीर्घा तक पहुंच गया था और जैसे ही प्रधानमंत्री का संबोधन शुरू हुआ, वह झंडा दिखाने के साथ नारेबाजी करने लगा।
पांच बार मोदी मुर्दाबाद का नारा लगाया था कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उसे दबोच लिया और पिटाई शुरू कर दी। उसके कपड़े फट गए थे। चेहरे तथा शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट लगी थी। पुलिसकर्मियों ने उसे किसी तरह से वहां से निकाला और इंस्पेक्टर दारागंज के हवाले किया। कार्यकर्ताओं में जबरदस्त रोष था और प्रधानमंत्री का संबोधन चल रहा था, इसलिए फोर्स नहीं आ सकी। ऐसे में युवक को सभा स्थल के बाहर पुलिस के घेरे में रखा गया था, लेकिन समर्थक उसे लगातार मारने की कोशिश करते रहे।
प्रधानमंत्री का संबोधन खत्म होने के बाद तो बाहर निकले युवाओं ने उस पर फिर हमला बोल दिया और लात-घूंसों से पिटाई करने लगे। इस दौरान पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी। इंस्पेक्टर ने वरिष्ठ अफसरों से बात कर तत्काल फोर्स और गाड़ी की मांग की। प्रधानमंत्री के जाने के बाद वहां तैनात फोर्स तत्काल पहुंची। इसके बाद लोगों को हटाया गया। काला झंडा दिखाने वाले युवक का कहना था कि बेरोजगारी से वह तंग आ गया है, इसलिए उसने काला झंडा दिखाया। इंस्पेक्टर विनित सिंह ने बताया कि युवक की चिकित्सीय जांच कराई गई है। मुकदमा लिखकर आगे की कार्रवाई जाएगी।