अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई ने अब वैज्ञानिक साक्ष्यों पर अपनी नजर टिका दी है। आरोपियों व महंत के करीबियों समेत सैकड़ाें लोगों से पूछताछ के बाद अब फोरेंसिक जांच व अन्य साक्ष्यों के साथ ही संबंधितों की फोन रिकॉर्ड्स का भी विश्लेषण किया जा रहा है। वैज्ञानिक साक्ष्यों की गहनता से पड़ताल के बाद ही सीबीआई मामले में किसी निष्कर्ष तक पहुंचेगी।
सीबीआई की अब तक कि जांच में मामले से जुड़े लगभग सभी लोगों के बयान दर्ज किए जा चुकेहैं। इसके अलावा मठ और संबंधित अन्य स्थलों पर पहुंचकर भी सीबीआई टीम जांच पड़ताल कर चुकी है। आरोपियों को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जा चुकी है। सीबीआई की टीम साक्ष्य जुटाने के लिए हरिद्वार तक जा चुकी है।
ऐसे में अब उसकी ओर से अपनी नजर वैज्ञानिक साक्ष्यों पर टिका दी गई है। सीबीआई अब फोरेंसिक रिपोर्ट, सुसाइड नोट की जांच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की गहनता से पड़ताल में जुटी है। रिपोर्ट के एक-एक बिंदु का गहनता से अध्ययन किया जा रहा है। फोरेंसिक रिपोर्ट से महंत के कमरों से लिए गए नमूनों के आधार पर घटना से ठीक पहले की स्थितियों का अनुमान लगाया जा रहा है।
इसी तरह सुसाइड नोट के संबंध में हैंडराइटिंग एक्सपर्ट की ओर से दी गई जांच रिपोर्ट से इसे लेकर उठने वाले सवालों के जवाब टीम ढूढ़ रही है। इसी तरह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या व सुसाइड के तर्कों के पीछे की वजहों का भी पता लगाया जा रहा है।
सीडीआर एनालिसिस भी जारी
जांच में जुटी सीबीआई की ओर से अन्य वैज्ञानिक साक्ष्यों के अलावा संबंधितों के फोन रिकॉर्ड्स भी ख्रंगाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि घटना के बाद से महंत के कई बेहद करीबियों के साथ ही आरोपियों के फोन भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया था। जिसके बाद इसे सीबीआई को सौंप दिया गया।
ऐसे में फोन के रिकॉर्ड्स के जरिए भी कई सवालों के जवाब ढूढ़े जा रहे हैं। इसके अलावा सीबीआई मामले से जुड़े सभी लोगों के फोन की सीडीआर खंगालने में भी जुट गई है। सीडीआर एनालिसिस के जरिए घटना के वक्त आरोपियों की लोकेशन के साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह किसके संपर्क में रहे।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई ने अब वैज्ञानिक साक्ष्यों पर अपनी नजर टिका दी है। आरोपियों व महंत के करीबियों समेत सैकड़ाें लोगों से पूछताछ के बाद अब फोरेंसिक जांच व अन्य साक्ष्यों के साथ ही संबंधितों की फोन रिकॉर्ड्स का भी विश्लेषण किया जा रहा है। वैज्ञानिक साक्ष्यों की गहनता से पड़ताल के बाद ही सीबीआई मामले में किसी निष्कर्ष तक पहुंचेगी।
सीबीआई की अब तक कि जांच में मामले से जुड़े लगभग सभी लोगों के बयान दर्ज किए जा चुकेहैं। इसके अलावा मठ और संबंधित अन्य स्थलों पर पहुंचकर भी सीबीआई टीम जांच पड़ताल कर चुकी है। आरोपियों को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जा चुकी है। सीबीआई की टीम साक्ष्य जुटाने के लिए हरिद्वार तक जा चुकी है।
ऐसे में अब उसकी ओर से अपनी नजर वैज्ञानिक साक्ष्यों पर टिका दी गई है। सीबीआई अब फोरेंसिक रिपोर्ट, सुसाइड नोट की जांच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की गहनता से पड़ताल में जुटी है। रिपोर्ट के एक-एक बिंदु का गहनता से अध्ययन किया जा रहा है। फोरेंसिक रिपोर्ट से महंत के कमरों से लिए गए नमूनों के आधार पर घटना से ठीक पहले की स्थितियों का अनुमान लगाया जा रहा है।
इसी तरह सुसाइड नोट के संबंध में हैंडराइटिंग एक्सपर्ट की ओर से दी गई जांच रिपोर्ट से इसे लेकर उठने वाले सवालों के जवाब टीम ढूढ़ रही है। इसी तरह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या व सुसाइड के तर्कों के पीछे की वजहों का भी पता लगाया जा रहा है।
सीडीआर एनालिसिस भी जारी
जांच में जुटी सीबीआई की ओर से अन्य वैज्ञानिक साक्ष्यों के अलावा संबंधितों के फोन रिकॉर्ड्स भी ख्रंगाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि घटना के बाद से महंत के कई बेहद करीबियों के साथ ही आरोपियों के फोन भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया था। जिसके बाद इसे सीबीआई को सौंप दिया गया।
ऐसे में फोन के रिकॉर्ड्स के जरिए भी कई सवालों के जवाब ढूढ़े जा रहे हैं। इसके अलावा सीबीआई मामले से जुड़े सभी लोगों के फोन की सीडीआर खंगालने में भी जुट गई है। सीडीआर एनालिसिस के जरिए घटना के वक्त आरोपियों की लोकेशन के साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह किसके संपर्क में रहे।