राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने माहौल बनाना शुरू कर दिया है। संसद में मंदिर निर्माण का कानून बने, इसके लिए विहिप पदाधिकारियों ने गैर भाजपा सांसदों से संपर्क साधा है। इस संबंध में विहिप का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को सपा सांसद नागेंद्र सिंह पटेल के जार्जटाउन स्थित आवास पर पहुंचा। यहां सांसद से कहा गया कि वह मंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून बनवाने वाले बिल का समर्थन करें। हालांकि ज्ञापन लेने के बाद सांसद ने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय होगा, वही उन्हें स्वीकार होगा।
दरअसल, पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पहली बार प्रयागराज आए आलोक कुमार ने कहा था कि 15 नवंबर से देश के सभी संसदीय क्षेत्रों में संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल संबंधित सांसदों से मिलकर मांग करेगा कि वह संसद में राम मंदिर निर्माण के बिल की पैरवी करें। इसी क्रम में फूलपुर संसदीय क्षेत्र से सपा सांसद नागेंद्र सिंह पटेल के आवास पर विश्व हिंदू परिषद गंगा पार के जिलाध्यक्ष सर्वेश कुमार मिश्र के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल पहुंचा।
यहां सांसद को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया। कहा गया कि राममंदिर निर्माण का मामला 1950 से चल रहा है। पिछले आठ वर्ष से सुप्रीम कोर्ट में यह मामला लंबित हैं। अभी इसमें कितना समय लगेगा, यह तय नहीं है।
गंगापार जिलाध्यक्ष सर्वेश ने कहा कि केंद्र सरकार संसद में कानून बनाकर श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाए। इसके लिए संसद में बिल पेश करने का सांसद भी समर्थन करें। ज्ञापन लेने के बाद सांसद ने कोई ठोस आश्वासन तो नहीं दिया लेकिन इतना जरूर कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय ही वे स्वीकार करेंगे।
केंद्र सरकार को अगर कोई बिल लाना ही है तो वह बेरोजगारी दूर करने, महंगाई कम करने और किसानों के हित का बिल लाए। उधर, ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान आशीष सिंह, सूरज प्रसाद शुक्ला, सिद्धार्थ मिश्र, अमरनाथ तिवारी, सुरेंद्र कुमार मौर्य, शुभम शुक्ला, राकेश कुमार पाठक आदि मौजूद रहे।
राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने माहौल बनाना शुरू कर दिया है। संसद में मंदिर निर्माण का कानून बने, इसके लिए विहिप पदाधिकारियों ने गैर भाजपा सांसदों से संपर्क साधा है। इस संबंध में विहिप का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को सपा सांसद नागेंद्र सिंह पटेल के जार्जटाउन स्थित आवास पर पहुंचा। यहां सांसद से कहा गया कि वह मंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून बनवाने वाले बिल का समर्थन करें। हालांकि ज्ञापन लेने के बाद सांसद ने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय होगा, वही उन्हें स्वीकार होगा।
दरअसल, पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पहली बार प्रयागराज आए आलोक कुमार ने कहा था कि 15 नवंबर से देश के सभी संसदीय क्षेत्रों में संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल संबंधित सांसदों से मिलकर मांग करेगा कि वह संसद में राम मंदिर निर्माण के बिल की पैरवी करें। इसी क्रम में फूलपुर संसदीय क्षेत्र से सपा सांसद नागेंद्र सिंह पटेल के आवास पर विश्व हिंदू परिषद गंगा पार के जिलाध्यक्ष सर्वेश कुमार मिश्र के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल पहुंचा।
यहां सांसद को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया। कहा गया कि राममंदिर निर्माण का मामला 1950 से चल रहा है। पिछले आठ वर्ष से सुप्रीम कोर्ट में यह मामला लंबित हैं। अभी इसमें कितना समय लगेगा, यह तय नहीं है।
गंगापार जिलाध्यक्ष सर्वेश ने कहा कि केंद्र सरकार संसद में कानून बनाकर श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाए। इसके लिए संसद में बिल पेश करने का सांसद भी समर्थन करें। ज्ञापन लेने के बाद सांसद ने कोई ठोस आश्वासन तो नहीं दिया लेकिन इतना जरूर कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय ही वे स्वीकार करेंगे।
केंद्र सरकार को अगर कोई बिल लाना ही है तो वह बेरोजगारी दूर करने, महंगाई कम करने और किसानों के हित का बिल लाए। उधर, ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान आशीष सिंह, सूरज प्रसाद शुक्ला, सिद्धार्थ मिश्र, अमरनाथ तिवारी, सुरेंद्र कुमार मौर्य, शुभम शुक्ला, राकेश कुमार पाठक आदि मौजूद रहे।