औरैया। मंगलवार सुबह से ही घने कोहरे के साथ बादल छाए रहने और बर्फीली हवाएं चलने से जनजीवन प्रभावित रहा। धुंध रहने से सुबह सड़कों पर सन्नाटा रहा। सूर्यदेव और बादलों के बीच धूप-छांव का खेल चला। बाजारों में भी चहलकदमी कम रही।
शीतलहर और कोहरे का कहर जारी रहने से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को दिनभर तेज धूप निकलने से जहां लोगों ने राहत की सांस ली थी। वहीं मंगलवार को एक बार फिर सुबह से घना कोहरा और दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। मंगलवार को सुबह से ही धुंध छाई रही। सुबह लगभग आठ बजे तक सड़कों पर आवाजाही कम रही। मंगलवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान 18 जबकि न्यूनतम सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आद्रता 89 प्रतिशत रही। जबकि पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। कृषि विज्ञान केंद्र परवाहा के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. अनंत कुमार का कहना है कि आने वाले चार-पांच दिनों तक मौसम में खास परिवर्तन होने के अनुमान नहीं है, लेकिन धूप निकलने के साथ आसमान साफ रहने की संभावना है। (संवाद)
औरैया। मंगलवार सुबह से ही घने कोहरे के साथ बादल छाए रहने और बर्फीली हवाएं चलने से जनजीवन प्रभावित रहा। धुंध रहने से सुबह सड़कों पर सन्नाटा रहा। सूर्यदेव और बादलों के बीच धूप-छांव का खेल चला। बाजारों में भी चहलकदमी कम रही।
शीतलहर और कोहरे का कहर जारी रहने से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को दिनभर तेज धूप निकलने से जहां लोगों ने राहत की सांस ली थी। वहीं मंगलवार को एक बार फिर सुबह से घना कोहरा और दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। मंगलवार को सुबह से ही धुंध छाई रही। सुबह लगभग आठ बजे तक सड़कों पर आवाजाही कम रही। मंगलवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान 18 जबकि न्यूनतम सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आद्रता 89 प्रतिशत रही। जबकि पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। कृषि विज्ञान केंद्र परवाहा के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. अनंत कुमार का कहना है कि आने वाले चार-पांच दिनों तक मौसम में खास परिवर्तन होने के अनुमान नहीं है, लेकिन धूप निकलने के साथ आसमान साफ रहने की संभावना है। (संवाद)