बहराइच। शहर के मेवातीपुरा वार्ड के लोग कई तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बदहाल सड़कें यहां की सूरत बिगाड़ रही हैं। वार्ड में कुछ स्थानों पर बिजली के झूलते तार व भूमिगत लाइन के खुले केबल बॉक्स हादसे को दावत दे रहे हैं। मोहल्लेवासी वार्ड की सफाई व्यवस्था से संतुष्ट तो जरूर नजर आए, लेकिन मच्छरों के प्रकोप व बेसहारा मवेशियों से काफी आहत दिखाई दिए। लोगों का कहना है कि फॉगिंग कराने को लेकर कोताही बरती जा रही है।
मेवातीपुरा वार्ड चौक बाजार से सटा हुआ है। मोहल्ले की आबादी करीब दस हजार है। निकाय चुनाव की मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या भी करीब सात हजार है। मेवातीपुरा मोहल्ले में सबसे ज्यादा परेशानी उजड़े मार्गों की है। यहां अमृत पेयजल योजना के तहत गत वर्ष कार्य कराया गया था। कार्य के दौरान जलनिगम के ठेकेदारों ने सड़कों को खोदकर पाइप लाइन तो बिछा दिया, लेकिन मानक के हिसाब से दुरुस्त नहीं कराया। वहीं, मोहल्ले के कई स्थानों पर झूल रहे बिजली के तार हादसों को दावत दे रहे हैं। मोहल्लेवासियो के सामने सबसे ज्यादा परेशानी बेसहारा मवेशियों की है। मवेशियों की आपस की लड़ाई में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। एक दर्जन से अधिक मोहल्लेवासी जख्मी हो चुके हैं।
मोहल्ले की साफ-सफाई व्यवस्था तो लगभग ठीक रहती है, लेकिन काफी संख्या में घूम रहे बेसहारा मवेशी गंदगी फैलाते हैं। मवेशियों की आपस में लड़ाई के दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। साथ में मोहल्लेवासी भी जख्मी हो चुके हैं। पालिका प्रशासन बेसहारा मवेशियों को हटाने की व्यवस्था नहीं कर रहा है।
- नदीम
मेवातीपुरा वार्ड के कई स्थानों में बिजली के तार झूल रहे हैं। इससे हादसा होने का खतरा बना रहता है। मोहल्ले में लाखों की लागत से बिजली विभाग की आर से बिछाई गई भूमिगत केबल के बॉक्स खुले हैं। ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है। इसे लेकर उचित कदम उठाना चाहिए।
- अरुण गुप्ता
मोहल्ले में सड़कों की स्थित बद से बदतर है। कई स्थानों पर सड़कें उजड़ गईं हैं। इस वजह से आए दिन बाइक सवार जख्मी हो रहे हैं। इसके पीछे कहीं न कहीं सड़कों की खराब गुणवत्ता है। कई बार जिम्मेदारों से शिकायत भी की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
- तलत नईम
डेंगू समेत कई संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं। ऐसे में मोहल्ले में मच्छरों का बढ़ा प्रकोप डरा रहा है। जिम्मेदारों की लापरवाही की वजह से यह स्थित पैदा हुई है। फॉगिंग व दवा का निरंतर छिड़काव होता रहता तो मच्छरों का प्रकोप इस कदर न बढ़ता।
- यासिर खान
मेवातीपुरा में पांच वर्षों में 90 लाख की लागत से इंटरलॉकिंग, नालियों आदि का कार्य कराया जा चुका है। करीब 40 लाख के निर्माण कार्यों का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। अमृत पेयजल योजना के तहत ठेकेदारों ने मोहल्ले की सड़कों को उजाड़ दिया था। इसकी शिकायत की गई है।
- शकील अहमद, सभासद
वार्ड की समस्याओं का गंभीरता से समाधान किया जाएगा। फॉगिंग कराने के अलावा सड़कों की स्थिति की भी जांच कराई जाएगी। झूलते तारों की समस्या के लिए बिजली विभाग से बात कर समाधान कराया जाएगा।
बाल मुकुंद मिश्र, ईओ