बहराइच। जिले में डीएपी की किल्लत बरकरार है। तमाम दावों के बावजूद हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। गलत सूचना पर भी किसान 10 से 15 किलोमीटर दूर स्थित समितियों पर पहुंच रहे हैं। जहां खाद उपलब्ध है गजब की मारामारी देखने को मिल रही है। वहीं, तमाम समितियों पर ताले लटक रहे हैं।
सोमवार को शहर के जेल रोड स्थित इफ्को किसान सेवा केंद्र पर सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में खाद बांटी गई। इस किल्लत का फायदा दुकानदार जमकर उठा रहे हैं। एक बोरी पर 300 से 400 रुपये ज्यादा वसूलने का आरोप किसान लगा रहे हैं। इसके बावजूद भी तमाम किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा। किसान महंगू, सुमिरन, भगोले, रामनरायण यादव, कल्लूराम पाल, दिवाकर, संत कुमार, जोगिंदर शर्मा आदि ने बताया कि सुबह से लाइन में लगे थे, लेकिन डीएपी नहीं मिली। कल आने की बात कही गई है।
कैसरगंज/फखरपुर/महसी/रिसिया/हुजूरपुर/बौंडी। साधन सहकारी समितियों पर बीते एक सप्ताह से ताले लटकर रहे हैं। कैसरगंज की डिहवा शेरबहादुर सिंह, कसेहरी बुजुर्ग, नौगइया, बदरौली व पवही सहकारी समिति से सोमवार को भी डीएपी नदारद रही और ताला लटकता मिला। यही आलम महसी व रिसिया की साधन सहकारी समितियों पर भी देेखने को मिला। यहां भी ताला लटकता पाया गया। हुजूरपुर की 10 समितियों पर भी सोमवार को खाद का टोटा देखने को मिला। प्रगतिशील किसान अवधेश कुमार सिंह, शिवकुमार पाण्डेय आदि ने बताया कि खाद न मिलने से गेहूं की बुआई पिछड़ रही है। बौंडी कीसाधन सहकारी समिति उमरी दहलौ से भी खाद नदारद रही और दर्जनों किसानों को इंतजार करते देखा गया। फखरपुर की साधन सहकारी समिति, माधवपुर पर भी ताला लटकता मिला।
नानपारा। कस्बे के इफ्को बाजार केंद्र पर अलीनगर निवासी तैफल अहमद ने बताया कि पांच दिन से चक्कर काट रहे हैं। कांडुवनपुरवा निवासी उदय राज व चौकसाहार निवासी शिवराम ने एक सप्ताह से चक्कर काटने की बात कही। केंद्र प्रभारी देव प्रताप सिंह ने बताया कि 1200 बोरी डीएपी आई थी जो तीन दिन में बंट गई। मंगलवार को फिर बांटी जाएगी।
चार रैक खाद मंगवाई गई है। दो दिनों में लगभग दो हजार मीट्रिक टन खाद जिले में पहुंच जाएगी और स्थिति सामान्य हो जाएगी। किसान आवश्यकता से अधिक खाद न लें।
- सतीश पांडये, जिला कृषि अधिकारी