बहराइच। स्थानीय एटीएस यूनिट व मूर्तिहा पुलिस ने नकली नोट के धंधे से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों के पास से 3.50 लाख भारतीय व 4.40 लाख की नकली नेपाली मुद्रा के साथ ही एक तमंचा व बाइक भी बरामद हुई। पकड़े गए दोनों आरोपी गोंडा व लखीमपुर निवासी थे और नकली नोट के साथ नेपाल भागने की फिराक में थे।
एएसपी ग्रामीण अशोक कुमार ने बताया कि मूर्तिहा पुलिस को आरोपियों के पास से 59,630 रुपये की असली भारतीय मुद्रा और तीन मीडिया से जुड़े आईकार्ड भी मिले। पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि सुजौली से उर्रा जाने वाले रास्ते से दो लोग बिना नंबर प्लेट की एक बाइक से भारत व नेपाल की जाली करेंसी लेकर नेपाल जाने की फिराक में हैं। मुर्तिहा पुलिस व एटीएस बहराइच यूनिट की टीम ने इसे गंभीरता से लेते हुए घेराबंदी कर लालबोझा पुल पर प्रीतम सिंह निवासी मझरापूरव ढखेरवा ननकौर, लखीमपुरखीरी व अवधेश तिवारी निवासी पूरेखेम पर्सिया, गोंडा को धर दबोचा। इन दोनों के पास मिले बैग की तलाशी में पुलिस को 7.90 लाख की नकली भारतीय व नेपाली करेंसी बरामद हुई। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों आरोपियों से हुई पूछताछ में सामने आया कि वह नकली नोट का धंधा बीते लंबे समय से कर रहे थे। इसके लिए वह पुलिस पर रौब गांठने के लिए अपने आप को पत्रकार बताते थे। जांच के दौरान पकड़े गए दोनों आरोपियों के पास से अलग अलग मीडिया संस्थान से जुड़े तीन आईडी कार्ड भी मिले। दोनों आरोपी अपने को मीडिया कर्मी बताकर बार्डर पर आसानी से आवाजाही कर दोनों देशों की नकली करेंसी को खपाने का काम करते थे।
भारत व नेपाल के बीच बहराइच जिले में करीब 80 किलोमीटर तक खुली सीमा है। बार्डर पर कुछ जगह बैरियर तो बने हैं लेकिन जंगल के रास्ते में बहुत कम निगरानी होती है। इसी का फायदा उठा कर जाली नोट व नशीली सामग्री के तस्कर अपने मंसूबों को आसानी से अंजाम देते हैं। सूत्रों के अनुसार दोनों आरोपियों से हुई पूछताछ में नकली नोटों के धंधे से जुड़े क्षेत्र के कुछ और प्रभावशाली लोगों के बारे में पता चला है। पुलिस अब नकली करेंसी के धंधे से जुड़े पूरे गिरोह का नेटवर्क ध्वस्त करने की तैयारी में जुटी है।