बहराइच। पांच साल के कार्यकाल में नगर पालिका परिषद करोड़ों की धनराशि खर्च कर शहर में तमाम विकास कार्य कराने का दावा कर रही है। लेकिन 40 करोड़ के खर्च के बाद भी शहरवासियों को अभी तक सीवर लाइन जैसी मूलभूत सुविधा तक पूरी तरह मुहैया नहीं हो सकी है। शहर में आजादी से पूर्व बिछी पुरानी सीवर लाइन के भरोसे ही काम चल रहा है। इसके चलते ही बरसात के दौरान आधा शहर जलनिकासी की समस्या से बुरी तरह जूझता नजर आता है। पालिका क्षेत्र गठित होने के बाद पांच साल की अवधि में शहर के विकास से जुड़े कई प्रस्ताव शासन को भेजे गए लेकिन इनमें से अधिकांश प्रस्ताव शासन स्तर पर ही अभी तक लंबित पड़े हैं।
वर्ष 2017 में नगर पालिका के गठन के बाद पांच जनवरी को हुई बोर्ड की पहली बैठक में शहर के विकास कार्य का जो खाका खींचा गया था, वह भी पांच साल में जमीन पर नही उतर सका। इसमें शहर में सीवर लाइन बिछाने के साथ ही इंटर लाकिंग व बदहाल पड़े नाली नालों को दुरुस्त बनाने का कार्य भी प्राथमिकता पर पूरा कराए जाने का दावा था। पांच साल के दौरान पालिका परिषद की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव में सीवर लाइन को छोड़कर बाकी कार्य पूरे होने की बात कही जा रही है। पालिका प्रशासन की माने तो पांच साल में 40 करोड़ की धनराशि खर्च कर शहर में विकास से जुड़े तमाम कार्य कराए जा चुके हैं। इसके बावजूद सीवरलाइन बिछाने का सबसे अहम कार्य पूरा न हो पाने से शहरवासी मायूस हैं।
सदर नगर पालिका परिषद के कुछ सभासद पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धि से जहां पूरी तरह संतुष्ट दिखाई पड़ते हैं तो कई में गहरी नाराजगी है। बड़ीहाट वार्ड सभासद राजू ने बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान शहर के विकास से जुड़े अधिकांश प्रस्ताव लगभग पूरे हो चुके हैं। बचे हुए कार्यों का भी टेंडर हो चुका है।
वार्ड मेवातीपुरा के सभासद शकील केसे भी पांच साल के कार्यकाल से संतुष्ट नजर आए। बताया कि बोर्ड की आखिरी बैठक में जो प्रस्ताव पारित हुए थे, उनका भी टेंडर पूरा हो गया है। दूसरी तरफ बशीरगंज वार्ड के सभासद प्रतिनिधि हर्षितराज श्रीवास्तव पांच वर्ष के कार्यकाल से असंतुष्ट नजर आए। उनका कहना था कि पांच साल में पालिका परिषद बोर्ड की गिनी चुनी बैठकें हुई हैं। इसी लिए वार्ड के विकास का काफी कार्य अभी भी अधूरा है। सभासद प्रतिनिधि वैभव जैन के मन में भी बोर्ड की बैठकों के अभाव में वार्डों का विकास कार्य पूरा न हो पाने की टीस दिखी।
पांच साल में 40 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च कर शहरसे जुड़े विकास कार्यों को पूरा कराने का कार्य किया गया। इस दौरान इंटरलाकिंग सड़कों के साथ ही जाल बिछा कर नाले नालियों व डामर रोड का निर्माण हुआ। शहर में सीवर लाइन बिछाने के लिए शासन को कई बार प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन वह सभी अभी तक शासन स्तर पर लंबित हैं। इसके साथ ही कई अन्य छोटे बड़े प्रस्ताव से जुड़े कार्य भी बजट के अभाव में अधूरे हैं।
रूबीना रेहान, चेयरमैन सदर नगर पालिका परिषद