बहराइच। बिजली कर्मियों व अधिकारियों ने बुधवार को दूसरे दिन भी लंबित मांगों के समर्थन में कार्य बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन जारी रखा। पदाधिकारियों ने प्रबंधन पर तानाशाही का आरोप लगाया। वहीं, कार्य बहिष्कार की वजह से उपभोक्ताओं को काफी दिक्कत हुई।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक नीरज पटेल ने कहा कि शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के बजाए लीपापोती की जा रही है। सहसंयोजक सुशील कुमार गोस्वामी ने कहा कि सभी संवर्ग के कर्मचारियों के लिए एसीपी व्यवस्था फिर बहाल की जाए। संविदा कर्मियों को स्थायी किया जाए। इस मौके पर एसडीओ विजय कुमार, आनंद सिंह, जेई संजय कुमार, राज्य विद्युत प्राविधिक संघ के अध्यक्ष जितेंद्र मौर्या, जेपी तिवारी आदि मौजूद रहे।
शहर निवासी नीलम श्रीवास्तव ने बताया कि खंभे से बिजली का तार टूट कर गिर गया था। बुधवार दोपहर बिजली उपकेंद्र पर शिकायत करने पहुंचे, लेकिन वहां सुनने वाला कोई नहीं मिला। इसके बाद काफी प्रयास कर बिजली मिस्त्री से तार जुड़वाया।
शहर निवासी यशराज ने बताया कि बिजली का बिल अधिक आने पर संशोधन कराने गए थे। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते काम नहीं हो पाया। जिससे वह निराश होकर लौट आए।