बहराइच। इस बार बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों की परीक्षा होगी। लगभग 3.5 लाख छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। 14 मार्च से शुरू हो रही परिषदीय स्कूलों की परीक्षा की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग ने संभाली है।
उड़ाका दल जिला और ब्लॉक स्तर पर गठित होंगे। ब्लॉक मुख्यालय पर कक्षा पांच और आठ की कॉपियां चेक होंगी।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में बोर्ड परीक्षाएं होती थी लेकिन वर्ष 2010 में व्यवस्था खत्म कर दी गई। इसके चलते वार्षिक परीक्षाओं की औपचारिकता पूरी कर छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया जाता था।
लेकिन, इस बार बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने माध्यमिक शिक्षा परिषद के बोर्ड की तर्ज पर परीक्षाओं के आयोजन का कार्यक्रम तैयार किया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि परीक्षा का जो कार्यक्रम निर्धारित हुआ है, उसके तहत कक्षा दो से आठ तक की परीक्षाएं परिषदीय बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएंगी।
इसके लिए जिला मुख्यालय से सभी विद्यालयों को प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जाएंगी।
बीएसए ने कहा कि जिला स्तरीय उड़ाका दल की कमान वह स्वयं संभालेंगे, जबकि ब्लाक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रभारी होंगे। बीएसए ने कहा कि परीक्षा दो पालियों में होगी।
सुबह 9:30 बजे से 12 बजे तक और द्वितीय पाली में 12:30 से तीन बजे तक। बीएसए ने कहा कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस मामले में पत्र भेज दिया गया है।
जिस स्कूल में नकल होती मिलेगी, वहां के प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
ब्लॉक स्तर पर होगा मूल्यांकन केंद्र
परिषदीय परीक्षाओं में कक्षा पांच और आठ की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों की टीम करेगी। इसके लिए ब्लॉक संसाधन केंद्रों को मूल्यांकन केंद्र बनाया जाएगा, जबकि कक्षा दो से चार तथा छह व सात की उत्तर पुस्तिकाएं संबंधित विद्यालयों के शिक्षक जांचेंगे।
इस बार नहीं हो सकेगी कक्ष निरीक्षक की व्यवस्था
बीएसए ने कहा कि पूरे जिले में बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के लिए कम से कम तीन हजार कक्ष निरीक्षकों की जरूरत है लेकिन इस बार पहला मौका है। ऐसे में संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा ही परीक्षाएं कराई जाएंगी।
बहराइच। इस बार बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों की परीक्षा होगी। लगभग 3.5 लाख छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। 14 मार्च से शुरू हो रही परिषदीय स्कूलों की परीक्षा की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग ने संभाली है।
उड़ाका दल जिला और ब्लॉक स्तर पर गठित होंगे। ब्लॉक मुख्यालय पर कक्षा पांच और आठ की कॉपियां चेक होंगी।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में बोर्ड परीक्षाएं होती थी लेकिन वर्ष 2010 में व्यवस्था खत्म कर दी गई। इसके चलते वार्षिक परीक्षाओं की औपचारिकता पूरी कर छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया जाता था।
लेकिन, इस बार बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने माध्यमिक शिक्षा परिषद के बोर्ड की तर्ज पर परीक्षाओं के आयोजन का कार्यक्रम तैयार किया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि परीक्षा का जो कार्यक्रम निर्धारित हुआ है, उसके तहत कक्षा दो से आठ तक की परीक्षाएं परिषदीय बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएंगी।
इसके लिए जिला मुख्यालय से सभी विद्यालयों को प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जाएंगी।
बीएसए ने कहा कि जिला स्तरीय उड़ाका दल की कमान वह स्वयं संभालेंगे, जबकि ब्लाक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रभारी होंगे। बीएसए ने कहा कि परीक्षा दो पालियों में होगी।
सुबह 9:30 बजे से 12 बजे तक और द्वितीय पाली में 12:30 से तीन बजे तक। बीएसए ने कहा कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस मामले में पत्र भेज दिया गया है।
जिस स्कूल में नकल होती मिलेगी, वहां के प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
ब्लॉक स्तर पर होगा मूल्यांकन केंद्र
परिषदीय परीक्षाओं में कक्षा पांच और आठ की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों की टीम करेगी। इसके लिए ब्लॉक संसाधन केंद्रों को मूल्यांकन केंद्र बनाया जाएगा, जबकि कक्षा दो से चार तथा छह व सात की उत्तर पुस्तिकाएं संबंधित विद्यालयों के शिक्षक जांचेंगे।
इस बार नहीं हो सकेगी कक्ष निरीक्षक की व्यवस्था
बीएसए ने कहा कि पूरे जिले में बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के लिए कम से कम तीन हजार कक्ष निरीक्षकों की जरूरत है लेकिन इस बार पहला मौका है। ऐसे में संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा ही परीक्षाएं कराई जाएंगी।