शहर में स्थित कोआपरेटिव बैंक में डकैती का प्रयास व दो गार्डों की निर्मम हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर बड़ेल चौकी इंचार्ज को भी एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं वारदात के आठ दिन बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी का पता नहीं लगा सकी है।
बताते चलें कि चार अप्रैल की देर रात को शहर में हाईवे पर सुभाषनगर मोहल्ले में स्थित कोऑपरेटिव बैंक के दो सुरक्षा कर्मी देशराज व ओमप्रकाश की बदमाशों ने धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी थी। इस वारदात का खुलासा करने के लिए एसटीएफ की दो व क्राइम ब्रांच समेत जिले की कई टीमों को लगाया गया है।
लेकिन वारदात के आठ दिन बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी का पता नहीं लगा सकी है। इस मामले में लापरवाही मिलने पर एसपी अब्दुल हमीद ने जहां सीओ सिटी तौकीर अहमद खान का सर्किल बदल दिया था वहीं कोतवाल रवींद्र सिंह को भी हटाया था।
इसके बाद अब बड़ेल चौकी इंचार्ज हीरा सिंह को भी कप्तान ने लाइन हाजिर कर दिया है। बड़ेल चौकी में अब एसएन सिंह को तैनात किया गया है। पुलिस टीमें भले ही बदमाशों का पता लगाने का प्रयास कर रही हो लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कोई भी अहम जानकारी न लगने से इस वारादात का खुलासा होना आसान नहीं लग रहा है।
शहर में स्थित कोआपरेटिव बैंक में डकैती का प्रयास व दो गार्डों की निर्मम हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर बड़ेल चौकी इंचार्ज को भी एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं वारदात के आठ दिन बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी का पता नहीं लगा सकी है।
बताते चलें कि चार अप्रैल की देर रात को शहर में हाईवे पर सुभाषनगर मोहल्ले में स्थित कोऑपरेटिव बैंक के दो सुरक्षा कर्मी देशराज व ओमप्रकाश की बदमाशों ने धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी थी। इस वारदात का खुलासा करने के लिए एसटीएफ की दो व क्राइम ब्रांच समेत जिले की कई टीमों को लगाया गया है।
लेकिन वारदात के आठ दिन बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी का पता नहीं लगा सकी है। इस मामले में लापरवाही मिलने पर एसपी अब्दुल हमीद ने जहां सीओ सिटी तौकीर अहमद खान का सर्किल बदल दिया था वहीं कोतवाल रवींद्र सिंह को भी हटाया था।
इसके बाद अब बड़ेल चौकी इंचार्ज हीरा सिंह को भी कप्तान ने लाइन हाजिर कर दिया है। बड़ेल चौकी में अब एसएन सिंह को तैनात किया गया है। पुलिस टीमें भले ही बदमाशों का पता लगाने का प्रयास कर रही हो लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कोई भी अहम जानकारी न लगने से इस वारादात का खुलासा होना आसान नहीं लग रहा है।