लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में जेल भेजे गए हत्यारोपी आशीष मिश्र मोनू की तीन दिन की पुलिस रिमांड सीजेएम चिंताराम ने मंजूर कर दी। सोमवार को अर्जी पर सुनवाई के बाद मंगलवार से गुरुवार सुबह दस बजे तक के लिए रिमांड दी गई है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष को शनिवार को 12 घंटे पूछताछ के बाद रात में जेल भेज दिया गया था। पूछताछ की और जरूरत बताते हुए पुलिस की तरफ से आशीष की कस्टडी मांगी गई थी। विवेचक की अर्जी पर सोमवार को करीब सवा दो बजे सुनवाई हुई। सुरक्षा कारणों की वजह से आशीष को जिला कारागार से नहीं लाया गया, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ही उसे सुनवाई में शामिल किया गया।
14 दिन की मांगी पुलिस रिमांड
करीब 20 मिनट की सुनवाई में अभियोजन पक्ष की ओर से कहा गया कि पूछताछ के दौरान आशीष मिश्र ने विवेचना में कोई सहयोग नहीं किया। साथ ही पूछताछ के दौरान कई प्रश्नों को टालने के मकसद से मौन ही रहा। अभियोजन पक्ष ने दलील दी कि विवेचना में घटना के षड्यंत्र के संबंध में उत्तर पाना आवश्यक है। इसके लिए 14 दिन की पुलिस रिमांड मांगी गई।
थर्ड डिग्री का इस्तेमाल न करने की दी हिदायत
वहीं बचाव पक्ष की ओर से कहा गया कि 12 घंटे की पूछताछ के बाद अब कोई पूछताछ शेष नहीं है। विवेचक चाहे तो जेल में अभियुक्त से पूछताछ कर लें, केवल थर्ड डिग्री टार्चर करने के लिए कस्टडी रिमांड मांगी जा रही है, जो गलत है। अभियोजन व बचाव पक्ष की तरफ से दी गईं दलीलें सुनने के बाद सीजेएम ने अभियुक्त आशीष मिश्र को कुछ शर्तों के साथ तीन दिन की पुलिस रिमांड देने का फैसला सुनाया। यह पुलिस रिमांड 12 अक्तूबर सुबह दस बजे से 15 अक्तूबर सुबह दस बजे तक के लिए होगा। इस अवधि में किसी हाल में थर्ड डिग्री का इस्तेमाल न करने की हिदायत दी गई है।
राहुल ने की केंद्रीय मंत्री मिश्र को बर्खास्त करने की मांग
उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करने की मांग की है। राहुल ने अपने ट्वीट में मिश्र का नाम लिए बगैर कहा, 'इस मंत्री को बर्खास्त ना करके भाजपा न्याय की प्रक्रिया में बाधा डाल रही है। केंद्र सरकार ना तो किसानों की परवाह करती है, ना ही हत्या के शिकार भाजपा कार्यकर्ताओं की।'
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लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में जेल भेजे गए हत्यारोपी आशीष मिश्र मोनू की तीन दिन की पुलिस रिमांड सीजेएम चिंताराम ने मंजूर कर दी। सोमवार को अर्जी पर सुनवाई के बाद मंगलवार से गुरुवार सुबह दस बजे तक के लिए रिमांड दी गई है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष को शनिवार को 12 घंटे पूछताछ के बाद रात में जेल भेज दिया गया था। पूछताछ की और जरूरत बताते हुए पुलिस की तरफ से आशीष की कस्टडी मांगी गई थी। विवेचक की अर्जी पर सोमवार को करीब सवा दो बजे सुनवाई हुई। सुरक्षा कारणों की वजह से आशीष को जिला कारागार से नहीं लाया गया, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ही उसे सुनवाई में शामिल किया गया।
14 दिन की मांगी पुलिस रिमांड
करीब 20 मिनट की सुनवाई में अभियोजन पक्ष की ओर से कहा गया कि पूछताछ के दौरान आशीष मिश्र ने विवेचना में कोई सहयोग नहीं किया। साथ ही पूछताछ के दौरान कई प्रश्नों को टालने के मकसद से मौन ही रहा। अभियोजन पक्ष ने दलील दी कि विवेचना में घटना के षड्यंत्र के संबंध में उत्तर पाना आवश्यक है। इसके लिए 14 दिन की पुलिस रिमांड मांगी गई।
थर्ड डिग्री का इस्तेमाल न करने की दी हिदायत
वहीं बचाव पक्ष की ओर से कहा गया कि 12 घंटे की पूछताछ के बाद अब कोई पूछताछ शेष नहीं है। विवेचक चाहे तो जेल में अभियुक्त से पूछताछ कर लें, केवल थर्ड डिग्री टार्चर करने के लिए कस्टडी रिमांड मांगी जा रही है, जो गलत है। अभियोजन व बचाव पक्ष की तरफ से दी गईं दलीलें सुनने के बाद सीजेएम ने अभियुक्त आशीष मिश्र को कुछ शर्तों के साथ तीन दिन की पुलिस रिमांड देने का फैसला सुनाया। यह पुलिस रिमांड 12 अक्तूबर सुबह दस बजे से 15 अक्तूबर सुबह दस बजे तक के लिए होगा। इस अवधि में किसी हाल में थर्ड डिग्री का इस्तेमाल न करने की हिदायत दी गई है।
राहुल ने की केंद्रीय मंत्री मिश्र को बर्खास्त करने की मांग
उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करने की मांग की है। राहुल ने अपने ट्वीट में मिश्र का नाम लिए बगैर कहा, 'इस मंत्री को बर्खास्त ना करके भाजपा न्याय की प्रक्रिया में बाधा डाल रही है। केंद्र सरकार ना तो किसानों की परवाह करती है, ना ही हत्या के शिकार भाजपा कार्यकर्ताओं की।'