बरेली। डीडीपुरम में करीब 60 साल पुराने कुष्ठ आश्रम प्रकरण में नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. को क्लीन चिट मिल सकती है। पिछले दिनों नगर निगम की टीम ने कुष्ठ आश्रम की जमीन पर कब्जा ले लिया था। इसका विरोध करते हुए मेयर उमेश गौतम और कई पार्षदों ने शासन से शिकायत की थी। छह जून को जांच के आदेश आने के बाद एडीएम सिटी ने नगर आयुक्त और शिकायत कर्ताओं से अपना पक्ष रखने को कहा था। नगर आयुक्त ने तो अपना जवाब एडीएम सिटी को भेज दिया, लेकिन शिकायत कर्ताओं ने अब तक अपना पक्ष नहीं रखा है। अब जांच को मौजूदा तथ्यों के आधार पर ही पूरा किया जा रहा है। ऐसे में नगर आयुक्त को क्लीन चिट मिलना लगभग तय हो गया है।
नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. के निर्देश पर निगम की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में कुष्ठ आश्रम की जमीन पर कब्जा ले लिया था। इससे गुस्साए कुष्ठ रोगियों ने भी नगर निगम में हंगामा किया था। सुनील खत्री समेत आसपास के कुछ व्यापारी भी उनके समर्थन में थे। पुलिस की मौजूदगी में निगम द्वारा लगाए गए सीमेंट के पिलर भी कुष्ठ रोगियों ने उखाड़ दिए थे। मेयर उमेश गौतम और कुछ पार्षदों ने राज्यपाल को भेजे गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी निगम बोर्ड की मंजूरी के बिना कुष्ठ आश्रम की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इसके पीछे स्मार्ट सिटी के सीईओ सैमुअल पॉल एन. की मंशा बेशकीमती जमीन को खुर्द-बुर्द करने की है। छह जून को राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव हेमंत राव ने डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह को मामले की जांच कराकर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए थे। डीएम ने मामले की जांच एडीएम सिटी महेंद्र कुमार को सौंपी थी। एडीएम सिटी ने नगर आयुक्त और शिकायत कर्ताओं से अपना अपना पक्ष रखने को कहा था। नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. ने एडीएम को भेजे जवाब में कहा था कि चूंकि यह जमीन नगर निगम है और इस पर अतिक्रमण था। अवैध कब्जा हटाने के लिए निगम प्रशासन को बोर्ड में प्रस्ताव पास कराने की कोई जरूरत नहीं है। इसके बाद एडीएम ने शिकायतकर्ता वार्ड-74 घेरशेख मिट्ठू के पार्षद सलीम पटवारी और वार्ड-16 संजय नगर अवनेश कुमार को नोटिस भेजा था। उन्हें एक जुलाई को कलक्ट्रेट पहुंच कर जवाब देना था कि किस नियमावली का हवाला देते हुए कुष्ठ आश्रम में कब्जा हटाने के लिए बोर्ड प्रस्ताव का तर्क दे रहे हैं। लेकिन अब तक पार्षदों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया है। इससे नगर आयुक्त को क्लीन चिट देने की तैयारी चल रही है।
‘इस प्रकरण में पार्षदों ने अपना पक्ष नहीं रखा है। जबकि उन्हें नोटिस भी दिया गया है। इसलिए मौजूदा तथ्यों के आधार पर ही जांच रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंप दी जाएगी।’
- महेंद्र कुमार, एडीएम सिटी
बरेली। डीडीपुरम में करीब 60 साल पुराने कुष्ठ आश्रम प्रकरण में नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. को क्लीन चिट मिल सकती है। पिछले दिनों नगर निगम की टीम ने कुष्ठ आश्रम की जमीन पर कब्जा ले लिया था। इसका विरोध करते हुए मेयर उमेश गौतम और कई पार्षदों ने शासन से शिकायत की थी। छह जून को जांच के आदेश आने के बाद एडीएम सिटी ने नगर आयुक्त और शिकायत कर्ताओं से अपना पक्ष रखने को कहा था। नगर आयुक्त ने तो अपना जवाब एडीएम सिटी को भेज दिया, लेकिन शिकायत कर्ताओं ने अब तक अपना पक्ष नहीं रखा है। अब जांच को मौजूदा तथ्यों के आधार पर ही पूरा किया जा रहा है। ऐसे में नगर आयुक्त को क्लीन चिट मिलना लगभग तय हो गया है।
नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. के निर्देश पर निगम की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में कुष्ठ आश्रम की जमीन पर कब्जा ले लिया था। इससे गुस्साए कुष्ठ रोगियों ने भी नगर निगम में हंगामा किया था। सुनील खत्री समेत आसपास के कुछ व्यापारी भी उनके समर्थन में थे। पुलिस की मौजूदगी में निगम द्वारा लगाए गए सीमेंट के पिलर भी कुष्ठ रोगियों ने उखाड़ दिए थे। मेयर उमेश गौतम और कुछ पार्षदों ने राज्यपाल को भेजे गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी निगम बोर्ड की मंजूरी के बिना कुष्ठ आश्रम की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इसके पीछे स्मार्ट सिटी के सीईओ सैमुअल पॉल एन. की मंशा बेशकीमती जमीन को खुर्द-बुर्द करने की है। छह जून को राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव हेमंत राव ने डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह को मामले की जांच कराकर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए थे। डीएम ने मामले की जांच एडीएम सिटी महेंद्र कुमार को सौंपी थी। एडीएम सिटी ने नगर आयुक्त और शिकायत कर्ताओं से अपना अपना पक्ष रखने को कहा था। नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. ने एडीएम को भेजे जवाब में कहा था कि चूंकि यह जमीन नगर निगम है और इस पर अतिक्रमण था। अवैध कब्जा हटाने के लिए निगम प्रशासन को बोर्ड में प्रस्ताव पास कराने की कोई जरूरत नहीं है। इसके बाद एडीएम ने शिकायतकर्ता वार्ड-74 घेरशेख मिट्ठू के पार्षद सलीम पटवारी और वार्ड-16 संजय नगर अवनेश कुमार को नोटिस भेजा था। उन्हें एक जुलाई को कलक्ट्रेट पहुंच कर जवाब देना था कि किस नियमावली का हवाला देते हुए कुष्ठ आश्रम में कब्जा हटाने के लिए बोर्ड प्रस्ताव का तर्क दे रहे हैं। लेकिन अब तक पार्षदों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया है। इससे नगर आयुक्त को क्लीन चिट देने की तैयारी चल रही है।
‘इस प्रकरण में पार्षदों ने अपना पक्ष नहीं रखा है। जबकि उन्हें नोटिस भी दिया गया है। इसलिए मौजूदा तथ्यों के आधार पर ही जांच रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंप दी जाएगी।’
- महेंद्र कुमार, एडीएम सिटी