जेईई एडवांस्ड 2020 में शहर के आदित्य जैन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टॉप 25 में अपनी जगह बना ली है। ऑल इंडिया 24वीं रैंक हासिल करने वाले आदित्य ने आईआईटी कानपुर जोन में टॉप भी किया है। अब वह आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस ट्रेड से इंजीनियिरिंग करना चाहते हैं।
मानिक चौक निवासी आदित्य जैन के 396 में 308 अंक आए हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआत से उनकी रुचि विज्ञान संकाय में थी। हाईस्कूल पास करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग क्षेत्र में कॅरियर बनाने का सपना संजोया। 11वीं की पढ़ाई के साथ लक्ष्य कोचिंग ज्वाइन की। इसके साथ ही 12वीं की पढ़ाई भी चालू कर दी। एक ही साल में उन्होंने दो साल की पढ़ाई पूरी कर ली। जब 12वीं की पढ़ाई स्कूल और कोचिंग में शुरू हुई तो उन्हें रिवीजन का काफी समय मिल गया। जेईई एडवांस्ड 2020 की परीक्षा देने से पहले उनका लक्ष्य टॉप 100 में जगह बनाना था लेकिन जब रिजल्ट देखा तो ऑल इंडिया 24वीं रैंक पाकर खुशी से झूम उठे। आदित्य ने बताया कि 10वीं में उनके 96.4 और 12वीं में 94.8 प्रतिशत अंक आ चुके हैं। उनके पिता सुधीर जैन व्यापारी और मां रागिनी जैन सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। जबकि, छोटी बहन अदिति अभी 10वीं कक्षा में है।
आपदा को अवसर में बदला
आदित्य के मुताबिक लॉकडाउन में उसे पढ़ने का काफी मौका मिल गया। शोरशराबा, भागदौड़ से दूर शांत वातावरण में वह एकाग्रता से अपनी पढ़ाई करता रहा। इसी का परिणाम है कि इतनी शानदार सफलता हाथ लगी है।
पसंदीदा विषय पढ़ें, थोपा हुआ नहीं
आदित्य ने अपनी सफलता का राज साझा करते हुए बताया कि सभी विद्यार्थियों को वो विषय पढ़ना चाहिए, जो उनकी पसंद का हो। न कि किसी दूसरे का थोपा हुआ। क्योंकि जब हम खुद की पसंद का विषय पढ़ते हैं, तो उसका आनंद अलग ही होता है। पढ़ने के लिए टाइमटेबल तैयार करना चाहिए और लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए कि कौन सा टॉपिक कब तक पूरा करना है। रिवीजन पर ज्यादा जोर देना चाहिए, इससे पिछला पढ़ा हुआ हम भूलते नहीं हैं।
जेईई एडवांस्ड 2020 में शहर के आदित्य जैन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टॉप 25 में अपनी जगह बना ली है। ऑल इंडिया 24वीं रैंक हासिल करने वाले आदित्य ने आईआईटी कानपुर जोन में टॉप भी किया है। अब वह आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस ट्रेड से इंजीनियिरिंग करना चाहते हैं।
मानिक चौक निवासी आदित्य जैन के 396 में 308 अंक आए हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआत से उनकी रुचि विज्ञान संकाय में थी। हाईस्कूल पास करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग क्षेत्र में कॅरियर बनाने का सपना संजोया। 11वीं की पढ़ाई के साथ लक्ष्य कोचिंग ज्वाइन की। इसके साथ ही 12वीं की पढ़ाई भी चालू कर दी। एक ही साल में उन्होंने दो साल की पढ़ाई पूरी कर ली। जब 12वीं की पढ़ाई स्कूल और कोचिंग में शुरू हुई तो उन्हें रिवीजन का काफी समय मिल गया। जेईई एडवांस्ड 2020 की परीक्षा देने से पहले उनका लक्ष्य टॉप 100 में जगह बनाना था लेकिन जब रिजल्ट देखा तो ऑल इंडिया 24वीं रैंक पाकर खुशी से झूम उठे। आदित्य ने बताया कि 10वीं में उनके 96.4 और 12वीं में 94.8 प्रतिशत अंक आ चुके हैं। उनके पिता सुधीर जैन व्यापारी और मां रागिनी जैन सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। जबकि, छोटी बहन अदिति अभी 10वीं कक्षा में है।
आपदा को अवसर में बदला
आदित्य के मुताबिक लॉकडाउन में उसे पढ़ने का काफी मौका मिल गया। शोरशराबा, भागदौड़ से दूर शांत वातावरण में वह एकाग्रता से अपनी पढ़ाई करता रहा। इसी का परिणाम है कि इतनी शानदार सफलता हाथ लगी है।
पसंदीदा विषय पढ़ें, थोपा हुआ नहीं
आदित्य ने अपनी सफलता का राज साझा करते हुए बताया कि सभी विद्यार्थियों को वो विषय पढ़ना चाहिए, जो उनकी पसंद का हो। न कि किसी दूसरे का थोपा हुआ। क्योंकि जब हम खुद की पसंद का विषय पढ़ते हैं, तो उसका आनंद अलग ही होता है। पढ़ने के लिए टाइमटेबल तैयार करना चाहिए और लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए कि कौन सा टॉपिक कब तक पूरा करना है। रिवीजन पर ज्यादा जोर देना चाहिए, इससे पिछला पढ़ा हुआ हम भूलते नहीं हैं।