ललितपुर जिले के ग्राम रौंड़ा में बुजुर्ग को मूत्र पिलाने के प्रयास के बाद मारपीट व अनुसूचित जाति के व्यक्ति के उत्पीड़न के मामले में फरार चल रहे आरोपी ने बुधवार को पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। पीड़ित के घर पुलिस तैनात थी फिर भी आरोपी पीड़ित बुजुर्ग के भतीजे को उसके घर के पीछे पकड़कर उस पर जानलेवा हमला कर गया।
कुल्हाड़ी से हमला होने पर सिर पर उसे गंभीर चोट आई है। इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। मामले में कोतवाली पुलिस ने घायल के भाई की तहरीर पर मारपीट व अनुसूचित जाति उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं, पुलिस तैनाती के बावजूद फरार आरोपी द्वारा हमला करने के मामले में पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने लापरवाही मानते हुए उप निरीक्षक व तैनात दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया।
थाना कोतवाली के ग्राम रौंड़ा में बुजुर्ग को मूत्र पिलाने के प्रयास के बाद बुजुर्ग और पड़ोस के एक युवक को मारपीट करने व अनुसूचित जाति उत्पीड़न के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद कोतवाली पुलिस ने एक आरोपी नरेंद्र उर्फ छोटू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि दूसरा आरोपी गांव का ही सोनू यादव फरार चल रहा है।
पीड़ितों ने कोतवाली पुलिस से उक्त मामले में फरार चल रहे दबंग आरोपी से खुद को व परिवार को जान को खतरा बताया था। जिस पर बीते दिन अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह, सीओ सिटी केशवनाथ, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने गांव में पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया था और परिवार की सुरक्षा के लिए बुजुर्ग व उनके भाई के घर पुलिस का पहरा बैठा दिया था। जिसमें एक उपनिरीक्षक और दो सशस्त्र सिपाहियों को तैनात किया गया था।
बुधवार को जब पुलिस पीड़ित के भाई के घर के बाहर पहरा दे रही थी, तभी उनका भतीजा नीरज (22) किसी काम से घर के पीछे गया। वहां पहले से घात लगाए बैठे फरार आरोपी ने अपने चार पांच साथियों के साथ लाठी कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आईं और खून बहने लगा।
उसके चीखने चिल्लाने में बाहर खड़े उसके परिवार के लोग व तैनात उपनिरीक्षक व पुलिसकर्मी घर के अंदर गए और उक्त आरोपियों को ललकारा, लेकिन तब तक वह अंधेरा होने का लाभ उठाकर उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया।
इसके बाद परिजन घायल नीरज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उसका उपचार चल रहा है। वहीं, घायल के भाई सरमन ने बताया कि आवाज सुनकर जब वह अन्य परिजनों व पुलिस कर्मचारियों के साथ उसे बचाने घर के भीतर गया तो सोनू यादव ने उसके भाई को धमकी दी और फायर करते हुए भाग गया।
गांव में रात भर दहशत में रहे लोग, पांच थानों की पुलिस रही तैनात
मंगलवार की रात को फरार आरोपी द्वारा बुजुर्ग के भतीजे के साथ हुई मारपीट के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और पांच थानों की पुलिस बुलाकर पूरे गांव व आसपास खेतों में दबिश दी गई, इसके बाद भी आरोपी गिरफ्त में नहीं आ सका।
इससे पीड़ित व अन्य ग्रामीण रात भर दहशत में रहे और रात भर घरों की छतों पर जागकर पहरा देते रहे। वहीं दूसरे दिन भी सीओ सिटी व पाली व बार थाने की पुलिस तैनात रही।
पीड़ित परिवार ने कहा जान को खतरा
पीड़ित परिवार के लोगों ने कहा कि उक्त आरोपी पहले भी कई बार मारपीट की घटनाएं कर चुका है। रिपोर्ट लिखाने के बाद भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब उन्हें व उनके परिवार को जान का खतरा बना हुआ है। यदि वह शीघ्र नहीं पकड़ा गया तो उनके परिवार में किसी की भी हत्या हो सकती है।
ललितपुर जिले के ग्राम रौंड़ा में बुजुर्ग को मूत्र पिलाने के प्रयास के बाद मारपीट व अनुसूचित जाति के व्यक्ति के उत्पीड़न के मामले में फरार चल रहे आरोपी ने बुधवार को पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। पीड़ित के घर पुलिस तैनात थी फिर भी आरोपी पीड़ित बुजुर्ग के भतीजे को उसके घर के पीछे पकड़कर उस पर जानलेवा हमला कर गया।
कुल्हाड़ी से हमला होने पर सिर पर उसे गंभीर चोट आई है। इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। मामले में कोतवाली पुलिस ने घायल के भाई की तहरीर पर मारपीट व अनुसूचित जाति उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं, पुलिस तैनाती के बावजूद फरार आरोपी द्वारा हमला करने के मामले में पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने लापरवाही मानते हुए उप निरीक्षक व तैनात दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया।
थाना कोतवाली के ग्राम रौंड़ा में बुजुर्ग को मूत्र पिलाने के प्रयास के बाद बुजुर्ग और पड़ोस के एक युवक को मारपीट करने व अनुसूचित जाति उत्पीड़न के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद कोतवाली पुलिस ने एक आरोपी नरेंद्र उर्फ छोटू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि दूसरा आरोपी गांव का ही सोनू यादव फरार चल रहा है।
पीड़ितों ने कोतवाली पुलिस से उक्त मामले में फरार चल रहे दबंग आरोपी से खुद को व परिवार को जान को खतरा बताया था। जिस पर बीते दिन अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह, सीओ सिटी केशवनाथ, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने गांव में पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया था और परिवार की सुरक्षा के लिए बुजुर्ग व उनके भाई के घर पुलिस का पहरा बैठा दिया था। जिसमें एक उपनिरीक्षक और दो सशस्त्र सिपाहियों को तैनात किया गया था।
बुधवार को जब पुलिस पीड़ित के भाई के घर के बाहर पहरा दे रही थी, तभी उनका भतीजा नीरज (22) किसी काम से घर के पीछे गया। वहां पहले से घात लगाए बैठे फरार आरोपी ने अपने चार पांच साथियों के साथ लाठी कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आईं और खून बहने लगा।
उसके चीखने चिल्लाने में बाहर खड़े उसके परिवार के लोग व तैनात उपनिरीक्षक व पुलिसकर्मी घर के अंदर गए और उक्त आरोपियों को ललकारा, लेकिन तब तक वह अंधेरा होने का लाभ उठाकर उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया।