रसूलाबाद (कानपुर देहात)। थाना क्षेत्र के ताजपुर तरसौली गांव में बोरवेल में इंजन का पटा खोलने उतरे दो सगे भाइयों की जहरीली गैस से मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे दमकल के जवानों ने दोनों को किसी तरह से बाहर निकाला। परिजन उन्हें लेकर सीएचसी पहुंचे वहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घर में कोहराम मच गया।
रसूलाबाद थाना क्षेत्र के तरसौली गांव निवासी राजेश कुमार (48) गांव के मिट्ठू के बोरवेल से पटा निकालने के लिए कुएं में उतरा था। कुएं में जहरीली गैस होने से वह बेहोश होने लगा। नीचे से किसी प्रकार की हलचल न होने पर उसका भाई सतेंद्र (25) भी बोरवेल में उतर गया, लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आकर वह भी अचेत हो गया। इस पर गांव के लल्लन सिंह, मिट्ठू लाल, तुलसीराम, सूरज प्रसाद आदि ने गांव के धर्मेंद्र की कमर में रस्सी बांधकर उतारा, लेकिन जब वह आधी दूर तक पहुंचा तो जहरीली गैस के कारण परेशान होने लगा। मौजूद लोगों ने उसे खींच लिया। यह देख खेतों में मौजूद अन्य लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों व पुलिस के जवानों ने उन्हें निकालने की कोशिश शुरू की।
कोई संसाधन न होने से पुलिस कर्मी नीचे उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। ग्रामीणों की सूचना पर वहां एंबुलेंस भी पहुंच गई। दरोगा अनिल कुमार व सिपाही अनिल पटेल ने हिम्मत जुटाई और एंबुलेंस के आक्सीजन सिलेंडर के सहारे कुएं में उतरे। दोनों जवानों ने किसी तरह दोनों सगे भाइयों को बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने दोनों को सीएचसी पहुंचाया। डॉक्टर अजीत वर्मा ने दोनों भाइयों को मृत घोषित कर दिया।
घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। पूरे गांव में मातम छा गया। हर कोई घटना से आहत है। सीओ रामकृष्ण मिश्रा व प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार सिंह आदि पुलिस बल लेकर मौके पर मौजूद रहे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं।
रसूलाबाद (कानपुर देहात)। थाना क्षेत्र के ताजपुर तरसौली गांव में बोरवेल में इंजन का पटा खोलने उतरे दो सगे भाइयों की जहरीली गैस से मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे दमकल के जवानों ने दोनों को किसी तरह से बाहर निकाला। परिजन उन्हें लेकर सीएचसी पहुंचे वहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घर में कोहराम मच गया।
रसूलाबाद थाना क्षेत्र के तरसौली गांव निवासी राजेश कुमार (48) गांव के मिट्ठू के बोरवेल से पटा निकालने के लिए कुएं में उतरा था। कुएं में जहरीली गैस होने से वह बेहोश होने लगा। नीचे से किसी प्रकार की हलचल न होने पर उसका भाई सतेंद्र (25) भी बोरवेल में उतर गया, लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आकर वह भी अचेत हो गया। इस पर गांव के लल्लन सिंह, मिट्ठू लाल, तुलसीराम, सूरज प्रसाद आदि ने गांव के धर्मेंद्र की कमर में रस्सी बांधकर उतारा, लेकिन जब वह आधी दूर तक पहुंचा तो जहरीली गैस के कारण परेशान होने लगा। मौजूद लोगों ने उसे खींच लिया। यह देख खेतों में मौजूद अन्य लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों व पुलिस के जवानों ने उन्हें निकालने की कोशिश शुरू की।
कोई संसाधन न होने से पुलिस कर्मी नीचे उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। ग्रामीणों की सूचना पर वहां एंबुलेंस भी पहुंच गई। दरोगा अनिल कुमार व सिपाही अनिल पटेल ने हिम्मत जुटाई और एंबुलेंस के आक्सीजन सिलेंडर के सहारे कुएं में उतरे। दोनों जवानों ने किसी तरह दोनों सगे भाइयों को बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने दोनों को सीएचसी पहुंचाया। डॉक्टर अजीत वर्मा ने दोनों भाइयों को मृत घोषित कर दिया।
घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। पूरे गांव में मातम छा गया। हर कोई घटना से आहत है। सीओ रामकृष्ण मिश्रा व प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार सिंह आदि पुलिस बल लेकर मौके पर मौजूद रहे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं।