न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: प्रभापुंज मिश्रा
Updated Thu, 22 Jul 2021 12:17 PM IST
कानपुर में धर्मांतरण के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। कट्टरपंथियों के संपर्क में आए आदित्य गुप्ता के अलावा शहर के छह लोगों ने धर्म परिवर्तन करवाकर मुस्लिम बने थे। इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच की तफ्तीश में हुई। हालांकि मामले में जबरन धर्मांतरण की बात नहीं आई है।
किसी ने भी कार्रवाई की मांग नहीं की है। लिहाजा इसी आधार पर क्राइम ब्रांच ने रिपोर्ट बनाकर एटीएस को सौंप दी है। एटीएस ने धर्मांतरण के गिरोह का खुलासा कर इस्लामिक दावा सेंटर के डॉ उमर गौतम व जहांगीर को जेल भेजा था। उसके बाद देश के अलग-अलग राज्यों से कई आरोपियों की गिरफ्तारी की।
कानपुर के आदित्य के नाम का खुलासा हुआ था जो अब्दुल बन गया था। इसके बाद एटीएस ने कानपुर पुलिस को एक सूची भेजी थी। जिनमें आठ लोगों के नाम शामिल थे। एटीएस का इनपुट था कि इन सभी लोगों का जबरन व लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जब एटीएस की सूची का सत्यापन किया गया तो पता चला कि इसमें एक नाम दो बार लिखा गया है। यानी सूची में सात लोगों के नाम थे। इसमें एक शख्स नहीं मिला। अन्य छह के परिजनों ने कहा कि उनको किसी तरह की कार्रवाई नहीं चाहिए। जब धर्मांतरण की बात सामने नहीं आई है।
कानपुर में धर्मांतरण के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। कट्टरपंथियों के संपर्क में आए आदित्य गुप्ता के अलावा शहर के छह लोगों ने धर्म परिवर्तन करवाकर मुस्लिम बने थे। इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच की तफ्तीश में हुई। हालांकि मामले में जबरन धर्मांतरण की बात नहीं आई है।
किसी ने भी कार्रवाई की मांग नहीं की है। लिहाजा इसी आधार पर क्राइम ब्रांच ने रिपोर्ट बनाकर एटीएस को सौंप दी है। एटीएस ने धर्मांतरण के गिरोह का खुलासा कर इस्लामिक दावा सेंटर के डॉ उमर गौतम व जहांगीर को जेल भेजा था। उसके बाद देश के अलग-अलग राज्यों से कई आरोपियों की गिरफ्तारी की।
कानपुर के आदित्य के नाम का खुलासा हुआ था जो अब्दुल बन गया था। इसके बाद एटीएस ने कानपुर पुलिस को एक सूची भेजी थी। जिनमें आठ लोगों के नाम शामिल थे। एटीएस का इनपुट था कि इन सभी लोगों का जबरन व लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जब एटीएस की सूची का सत्यापन किया गया तो पता चला कि इसमें एक नाम दो बार लिखा गया है। यानी सूची में सात लोगों के नाम थे। इसमें एक शख्स नहीं मिला। अन्य छह के परिजनों ने कहा कि उनको किसी तरह की कार्रवाई नहीं चाहिए। जब धर्मांतरण की बात सामने नहीं आई है।