कानपुर के मवइया में बन रहे चकेरी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का निर्माण पूरा हो जाने के बाद यहां से दिन-रात फ्लाइटें उड़ने लगेंगी। काम लगभग पूरा है। तीन विमानों की पार्किंग क्षमता वाला एप्रन भी तैयार है। 30 सितंबर तक बचा हुआ फिनिशिंग का काम पूरा होना है।
इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए विमानन कंपनी इंडिगो ने भी चार शहरों के लिए 15 सितंबर से हवाई सेवा शुरू करने का प्रस्ताव एयरपोर्ट अथॉरिटी को दिया है। इनमें दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू और हैदराबाद शामिल हैं। अभी दिल्ली और मुंबई के लिए स्पाइस जेट की सेवाएं चल रही हैं।
चकेरी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की बिल्डिंग समेत सभी सुविधाओं से लैस पूरा काम पहले फरवरी 2021 में होना था। कोरोना में यह बढ़कर मई 2021 तक किया गया लेकिन तब तक दूसरी लहर आ गई। अब इसे हर हाल में 30 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।
तीन विमान एक साथ खड़े होंगे, छह तक होगा विस्तार
नए टर्मिनल को शुरुआती दौर में तीन विमानों को एक साथ खड़ा करने के हिसाब से बनाया जा रहा है। बाद में इसका विस्तार होगा, जिससे एक साथ छह विमान एप्रन में खड़े हो सकेंगे। यानी शुरुआत में तीन फ्लाइट ही एक समय पर आ सकेंगी।
अभी सिर्फ एक फ्लाइट ही आ पाती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक नई टर्मिनल बिल्डिंग के बनने के बाद 10 शहरों के लिए कानपुर से सीधी उड़ानों का संचालन आसानी से हो सकेगा।
नाइट लैंडिंग भी हो सकेगी
बता दें चकेरी एयरपोर्ट पर बना रनवे एयरफोर्स का है, जिसे एयरपोर्ट पर आने वाली घरेलू उड़ानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नए एयरपोर्ट की बिल्डिंग में 300 यात्रियों की क्षमता वाला दूसरा यात्री एसी प्रतीक्षालय भी बन रहा है। 150 वाहनों की पार्किंग का काम भी पूरा होना है।
अंतिम चरण में हैं ये काम
- मवइया में बन रही चकेरी एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग को रूमा तक जोड़ने के लिए फोरलेन सड़क का काम शुरू होना है। यह काम 55 करोड़ रुपये से होना है। अभी बजट रिलीज नहीं हुआ है।
- विमान खड़ा करने के लिए एप्रन बन चुका है। इसे रनवे से जोड़ने और एयरपोर्ट परिसर में टैक्सी को चलाने के प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय से अनुमति मिलनी है।
- केस्को नई टर्मिनल बिल्डिंग को अंडरग्राउंड हाईटेंशन लाइन से बिजली आपूर्ति करने का काम करा रहा है। अभी यहां ओवरहेड लाइनों से बिजली मिलती है।
- एयरफोर्स एरिया में भी 11 हजार वोल्ट एचटी लाइन को भी अंडरग्राउंड कराने की अनुमति बाकी है। क्योंकि हाईटेंशन लाइन के ओवरहेड होने से विमानों के उतरने और उड़ान भरने में परेशानियां हो सकती हैं।
मिशन उड़ान के भी शहर होंगे शामिल
दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बंगलूरू की फ्लाइटों का संचालन करने की इंडिगो ने घोषणा की है। इसके अलावा स्पाइसजेट अहमदाबाद की फ्लाइट भी चलाएगी। मिशन उड़ान के तहत कानपुर को चित्रकूट, श्रावस्ती, अलीगढ़ और मुरादाबाद से जोड़ने के लिए भी फ्लाइट शुरू करनी है। यह प्रोजेक्ट भी नए टर्मिनल के पूरा होने के बाद चालू होगा।
चकेरी एयरपोर्ट के निदेशक बीके झा ने बताया कि टर्मिनल बन जाने से एक साथ तीन विमान एयरपोर्ट पर खड़े होंगे। इसका विस्तार भी किया जा सकता है। अभी इंडिगो ने भी प्रस्ताव दे दिया है। अब उसके शेड्यूल को फाइनल करने को लेकर योजना बनाई जा रही है। मिशन उड़ान प्रोजेक्ट से भी कानपुर चार शहरों से जुड़ेगा।
कानपुर के मवइया में बन रहे चकेरी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का निर्माण पूरा हो जाने के बाद यहां से दिन-रात फ्लाइटें उड़ने लगेंगी। काम लगभग पूरा है। तीन विमानों की पार्किंग क्षमता वाला एप्रन भी तैयार है। 30 सितंबर तक बचा हुआ फिनिशिंग का काम पूरा होना है।
इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए विमानन कंपनी इंडिगो ने भी चार शहरों के लिए 15 सितंबर से हवाई सेवा शुरू करने का प्रस्ताव एयरपोर्ट अथॉरिटी को दिया है। इनमें दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू और हैदराबाद शामिल हैं। अभी दिल्ली और मुंबई के लिए स्पाइस जेट की सेवाएं चल रही हैं।
चकेरी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की बिल्डिंग समेत सभी सुविधाओं से लैस पूरा काम पहले फरवरी 2021 में होना था। कोरोना में यह बढ़कर मई 2021 तक किया गया लेकिन तब तक दूसरी लहर आ गई। अब इसे हर हाल में 30 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।
तीन विमान एक साथ खड़े होंगे, छह तक होगा विस्तार
नए टर्मिनल को शुरुआती दौर में तीन विमानों को एक साथ खड़ा करने के हिसाब से बनाया जा रहा है। बाद में इसका विस्तार होगा, जिससे एक साथ छह विमान एप्रन में खड़े हो सकेंगे। यानी शुरुआत में तीन फ्लाइट ही एक समय पर आ सकेंगी।
अभी सिर्फ एक फ्लाइट ही आ पाती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक नई टर्मिनल बिल्डिंग के बनने के बाद 10 शहरों के लिए कानपुर से सीधी उड़ानों का संचालन आसानी से हो सकेगा।
नाइट लैंडिंग भी हो सकेगी
बता दें चकेरी एयरपोर्ट पर बना रनवे एयरफोर्स का है, जिसे एयरपोर्ट पर आने वाली घरेलू उड़ानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नए एयरपोर्ट की बिल्डिंग में 300 यात्रियों की क्षमता वाला दूसरा यात्री एसी प्रतीक्षालय भी बन रहा है। 150 वाहनों की पार्किंग का काम भी पूरा होना है।
अंतिम चरण में हैं ये काम
- मवइया में बन रही चकेरी एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग को रूमा तक जोड़ने के लिए फोरलेन सड़क का काम शुरू होना है। यह काम 55 करोड़ रुपये से होना है। अभी बजट रिलीज नहीं हुआ है।
- विमान खड़ा करने के लिए एप्रन बन चुका है। इसे रनवे से जोड़ने और एयरपोर्ट परिसर में टैक्सी को चलाने के प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय से अनुमति मिलनी है।
- केस्को नई टर्मिनल बिल्डिंग को अंडरग्राउंड हाईटेंशन लाइन से बिजली आपूर्ति करने का काम करा रहा है। अभी यहां ओवरहेड लाइनों से बिजली मिलती है।
- एयरफोर्स एरिया में भी 11 हजार वोल्ट एचटी लाइन को भी अंडरग्राउंड कराने की अनुमति बाकी है। क्योंकि हाईटेंशन लाइन के ओवरहेड होने से विमानों के उतरने और उड़ान भरने में परेशानियां हो सकती हैं।
मिशन उड़ान के भी शहर होंगे शामिल
दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बंगलूरू की फ्लाइटों का संचालन करने की इंडिगो ने घोषणा की है। इसके अलावा स्पाइसजेट अहमदाबाद की फ्लाइट भी चलाएगी। मिशन उड़ान के तहत कानपुर को चित्रकूट, श्रावस्ती, अलीगढ़ और मुरादाबाद से जोड़ने के लिए भी फ्लाइट शुरू करनी है। यह प्रोजेक्ट भी नए टर्मिनल के पूरा होने के बाद चालू होगा।
चकेरी एयरपोर्ट के निदेशक बीके झा ने बताया कि टर्मिनल बन जाने से एक साथ तीन विमान एयरपोर्ट पर खड़े होंगे। इसका विस्तार भी किया जा सकता है। अभी इंडिगो ने भी प्रस्ताव दे दिया है। अब उसके शेड्यूल को फाइनल करने को लेकर योजना बनाई जा रही है। मिशन उड़ान प्रोजेक्ट से भी कानपुर चार शहरों से जुड़ेगा।