तहसील क्षेत्र के उजिहिनी खालसा गांव में बुधवार की भोर में भारी बरसात से हुई सीलन के कारण एक मकान ढह गया। मकान के अंदर सो रहा परिवार मलबे में दब गया। इसमें गृहस्वामी की मलबे में दबने से मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी और बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं।
इलाज के लिए घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर तहसीलदार मौके पर पहुंचे और मृतक के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
उजिहनी खालसा निवासी लालचंद्र (50) पुत्र बचउ लाल मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था। परिवार के लोगों का कहना है कि मंगलवार की रात खाना खाने के बाद लालचंद्र परिवार के साथ अपने कच्चे मकान में सो रहा था। बुधवार भोर में हुई तेज बारिश और सीलन के कारण लालचंद्र का दो कमरे का कच्चा घर गिर गया। मलबे में लालचंद्र समेत उसका परिवार दब गया।
मलबे में दबे लोगों की चीखपुकार के बाद इकट्ठा हुए पड़ोसियों ने सभी को बाहर निकाला। सिर पर गंभीर चोट लगने से लालचंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पत्नी संगीता सहित बेटी सृष्टि(3) व दो बेटे निशु (7) व आशु (12) गंभीर रूप से घायल हो गए।
आननफानन घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। दूसरी तरफ सूचना पाकर तहसीलदार चायल रामजी राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मृतक लालचंद्र के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज गया। तहसीलदार ने मृतक के परिजनों को आपदा राहत कोष से आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया है।
पीड़ित परिवार से मिले सपाई, दी आर्थिक सहायता
बुधवार को उजिहिनी खालसा गांव में मकान के मलबे में दबने से हुई मजदूर लालचंद्र की मौत के बाद समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा। पार्टी के पूर्व जिला महासचिव नवार अहमद खान और राकेश सिंह उर्फ भोला पटेल की अगुवाई में पहुंचे सपाइयों ने पीड़ित परिवार को पांच-पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।
House collapsed due to dampness, worker dies after being buried in rubble- फोटो : KAUSHAMBI
तहसील क्षेत्र के उजिहिनी खालसा गांव में बुधवार की भोर में भारी बरसात से हुई सीलन के कारण एक मकान ढह गया। मकान के अंदर सो रहा परिवार मलबे में दब गया। इसमें गृहस्वामी की मलबे में दबने से मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी और बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं।
इलाज के लिए घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर तहसीलदार मौके पर पहुंचे और मृतक के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
उजिहनी खालसा निवासी लालचंद्र (50) पुत्र बचउ लाल मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था। परिवार के लोगों का कहना है कि मंगलवार की रात खाना खाने के बाद लालचंद्र परिवार के साथ अपने कच्चे मकान में सो रहा था। बुधवार भोर में हुई तेज बारिश और सीलन के कारण लालचंद्र का दो कमरे का कच्चा घर गिर गया। मलबे में लालचंद्र समेत उसका परिवार दब गया।
मलबे में दबे लोगों की चीखपुकार के बाद इकट्ठा हुए पड़ोसियों ने सभी को बाहर निकाला। सिर पर गंभीर चोट लगने से लालचंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पत्नी संगीता सहित बेटी सृष्टि(3) व दो बेटे निशु (7) व आशु (12) गंभीर रूप से घायल हो गए।
आननफानन घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। दूसरी तरफ सूचना पाकर तहसीलदार चायल रामजी राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मृतक लालचंद्र के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज गया। तहसीलदार ने मृतक के परिजनों को आपदा राहत कोष से आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया है।
पीड़ित परिवार से मिले सपाई, दी आर्थिक सहायता
बुधवार को उजिहिनी खालसा गांव में मकान के मलबे में दबने से हुई मजदूर लालचंद्र की मौत के बाद समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा। पार्टी के पूर्व जिला महासचिव नवार अहमद खान और राकेश सिंह उर्फ भोला पटेल की अगुवाई में पहुंचे सपाइयों ने पीड़ित परिवार को पांच-पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।

House collapsed due to dampness, worker dies after being buried in rubble- फोटो : KAUSHAMBI