तिकुनिया में आयोजित अंतिम अरदास कार्यक्रम में संयुक्त किसान मोर्चा का ऐलान
15 अक्तूबर को पुतला दहन, 18 को ट्रेन रोकेंगे और 26 को लखनऊ में महापंचायत
लखीमपुर खीरी। तिकुनिया बवाल में मारे गए चार किसान और एक पत्रकार की अंतिम अरदास में पहुंचे किसान संगठनों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की। राकेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं ने ऐलान किया कि ऐसा न होने पर देश भर में आंदोलन किया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने तीन अक्तूबर को हुए घटनाक्रम को याद करते हुए कहा कि इंटरनेट न चलने के कारण इस दुखद घटना के वीडियो कई दिन बाद सामने आए। बताया कि घटना वाले दिन करीब तीन बजे प्रदर्शनकारियों से उनकी बात हुई थी। उन लोगों ने बताया था कि डिप्टी सीएम का रूट बदल गया है, वे लोग अब वापस अपने घरों को लौट रहे हैं। थोड़ी देर में खबर आई कि उन्हें कार से रौंद दिया गया है। गनीमत रही कि वीडियो सामने आए और मीडिया ने सच्चाई दिखाई, वरना किसान दोषी बन जाते। जिस रमन कश्यप की पीटकर मौत बताई जा रही थी, उसके शरीर पर गाड़ी से रौंदने के निशान मिले हैं। मंच का संचालन दर्शनपाल सिंह ने किया।
संघर्ष से समाधान तक जारी रहे यह आंदोलन
टिकैत ने कहा कि हमारा आंदोलन संघर्ष से समाधान तक है, लेकिन सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इसे समाधान से संघर्ष की ओर ले जाना चाहते हैं। कहा कुछ लोग कह रहे हैं कि समझौता जल्दी कर लिया। वे लड़ाना चाहते हैं, जिससे हमें बचना है। चार अक्तूबर को नौ लोगों की मौजूदगी में निर्णय हुआ था। आगे के निर्णय भी सभी की सहमति से लिए जाएंगे। मंत्री की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 15 अक्तूबर को हम देश भर में जगह-जगह प्रधानमंत्री का पुतला दहन करेंगे। 18 अक्तूबर सुबह 10 बजे से चार बजे तक ट्रेन रोकी जाएंगी और फिर 26 अक्तूबर को लखनऊ में महापंचायत होगी। सरकार 26 अक्तूबर की मीटिंग तक परिणाम दे। हम आंदोलन करेंगे, सिस्टम नहीं बिगाड़ना चाहते।