मृतक किशोरियों के परिजनों के पहले ही हो चुके हैं बयान
लखीमपुर खीरी। निघासन कांड मामले में बुधवार को एडीजे राहुल सिंह प्रथम की अदालत में चौथा गवाह पेश हुआ। अभियोजन पक्ष की ओर से मृतक किशोरियों के परिजनों को पूर्व में ही पेश किया जा चुका है। बुधवार को एफआईआर चिक लेखक के बयान दर्ज कराए गए।
निघासन में दो सगी नाबालिग बहनों की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में अदालती सुनवाई तेजी के साथ चल रही है। किशोरियों के माता-पिता और चाचा के पेश होने के बाद बुधवार को अभियोजन पक्ष की ओर से चौथे गवाह को पेश किया गया। एडीजीसी संजय सिंह और बृजेश पांडे ने दिवंगत किशोरियों की ओर से पैरवी करते हुए निघासन थाने में तैनात कांस्टेबल शुभम रावत की गवाही दर्ज कराई। कांस्टेबल शुभम रावत ने बताया 14- 15 सितंबर की रात को वह थाने पर ड्यूटी पर था, तभी किशोरियों की माता तहरीर लेकर आई थी, जिस पर थानाध्यक्ष के मौखिक आदेश पर उसने मुकदमे की चिक काटी थी और एफआईआर दर्ज करने के बाद उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना भेजी थी। वहीं बचाव पक्ष की ओर से करीमुद्दीन और आरिफ उर्फ छोटे के वकील वकार अहमद ने काशी शुभम रावत से सवाल-जवाब किए। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश सिंह मुन्ना भी मौजूद रहे।