लखीमपुर खीरी। तिकुनिया कांड मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्र समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें रिमांड पर ले लिया है। बृहस्पतिवार को चारों को घटनास्थल पर ले जाकर, वहां क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया गया। इस दौरान पुलिस ने एक साथ तेजी से गाड़ियां दौड़ाकर गद्दों से बने पुतलों को टक्कर मारी। जांच टीम आशीष मिश्र को लेकर उनके गांव बनवीरपुर भी गई।
तिकुनिया हिंसा मामले में अब तक मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू समेत कुल छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। लिहाजा पुलिस ने जांच तेज करते हुए बृहस्पतिवार की सुबह 10.15 बजे जेल में निरुद्ध तीन आरोपियों अंकित दास, गनर लतीफ उर्फ काले और ड्राइवर शेखर भारती को रिमांड पर लिया। इसके बाद टीम आरोपियों को लेकर क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंची। यहां आशीष मिश्र मोनू दो दिन से मौजूद है।
इसके बाद पुलिस चारों आरोपियों को लेकर घटनास्थल यानी तिकुनिया के लिए पूर्वाह्न 11 बजे पुलिस लाइन से रवाना हुई। अपराह्न एक बजे जांच टीम आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची, जहां पुलिस बल पहले से ही मौजूद था। इस दौरान सभी आरोपियों के साथ उनके वकील भी मौजूद रहे। जांच टीम ने सभी इंतजाम पूरे करने के बाद वहां पर क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया।
पुतले बनाकर और तेज रफ्तार गाड़ियां दौड़ाकर दोहराया तिकुनिया कांड
तिकुनियां। बृहस्पतिवार अपराह्न एक बजे जांच टीम और चारों आरोपियों के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद जांच टीम ने घटनास्थल पर क्राइम सीन के रिक्रिएशन की तैयारी शुरू कर दी। क्राइम सीन के रिक्रिएशन वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
सबसे पहले घटनास्थल से आधा किलोमीटर की दूरी पर बांस बल्लियों से बैरीकेडिंग कर दी गई। इस दौरान किसी को भी घटनास्थल की ओर जाने की इजाजत नहीं दी गई, जबकि वहां से करीब 500 मीटर की दूरी पर क्राइम सीन लिखी प्लास्टिक की पीली पट्टी से घटनास्थल के दायरे को घेर दिया गया।
जांच टीम और आरोपियों के पहुंचने के करीब आधा घंटा बाद अपराह्न डेढ़ बजे जांच टीम ने सड़क पर तेज रफ्तार में एक साथ तीन गाड़ियां दौड़ाईं। तीन गाड़ियों के काफिले में सबसे आगे पुलिस की जीप थी, उसके बाद एक फॉर्च्यूनर और उसके बाद सफेद रंग की एक ओर कार थी।
इस दौरान तेज रफ्तार में पहले चले लेकिन, रास्ते में रुक गए। इसके बाद उन्होंने दोबारा फिर प्रयास किया और तीनों गाड़ियों को तेज रफ्तार में लाकर पुतलों को टक्कर मारने की रणनीति बनाई। पहले पुतले पास-पास लगाए गए थे, जिन्हें डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने अफसरों से दूर-दूर करने को कहा। बाद में 200 मीटर नीचे गाड़ी गई और फिर तेजी से तीनों गाड़ियां आईं और पुतलों को टक्कर मारते हुए तेज रफ्तार में ही आगे बढ़ते हुए, जहां थार गाड़ी जली थी वहीं आकर कुछ फासले पर रुक गईं।
टक्कर से पुतलेे रोड पर गिर गए, जबकि इस दौरान 5-6 पुलिसकर्मियों को जांच टीम ने किसान बनाकर काले झंडे थमाए और उनको रोड पर चलवाया। यह प्रक्रिया करीब दो घंटे तक दोहराई गई। तीन अक्तूबर को जिस जिस वक्त पर जो घटना घटी, उसी टाइमिंग के अनुसार बृहस्पतिवार को क्राइम सीन रिक्रिएट किया गया। इसके बाद काफिला सीधे बनवीरपुर की ओर रवाना हो गया। जहां जांच टीम बनवीरपुर रोड पर स्थित एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी चेक किया। यह पेट्रोल पंप घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर सांसद के गांव बनवीरपुर की ओर स्थित है। शाम करीब 3 बजकर 40 मिनट पर जांच टीम मंत्री टेनी के गांव बनवीरपुर पहुंची, जहां पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में बने अखाड़े पर गाड़ियां खड़ी कर आशीष मिश्र मोनू से पूछताछ की, जिसके बाद करीब शाम चार बजे वहां से लखीमपुर के लिए रवाना हो गए।
क्राइम सीन के रिक्रिएशन के दौरान डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच, विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम, फोरेंसिक टीम के अधिकारियों ने घटनास्थल पर सड़क की जांच की और उसकी नपाई भी की। टीम ने सड़क की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश की कि इतनी चौड़ी सड़क में अधिकतम कितनी स्पीड हो सकती है। इसके अलावा अंकित दास को थार गाड़ी जलने के स्थान पर उतारा उसके बाद गुरुनानक देव एकेडमी के पास ले जाकर उनसे पूछताछ की। जांच टीम ने सभी से अलग-अलग पूछताछ की।
लखीमपुर खीरी। तिकुनिया कांड मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्र समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें रिमांड पर ले लिया है। बृहस्पतिवार को चारों को घटनास्थल पर ले जाकर, वहां क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया गया। इस दौरान पुलिस ने एक साथ तेजी से गाड़ियां दौड़ाकर गद्दों से बने पुतलों को टक्कर मारी। जांच टीम आशीष मिश्र को लेकर उनके गांव बनवीरपुर भी गई।
तिकुनिया हिंसा मामले में अब तक मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू समेत कुल छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। लिहाजा पुलिस ने जांच तेज करते हुए बृहस्पतिवार की सुबह 10.15 बजे जेल में निरुद्ध तीन आरोपियों अंकित दास, गनर लतीफ उर्फ काले और ड्राइवर शेखर भारती को रिमांड पर लिया। इसके बाद टीम आरोपियों को लेकर क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंची। यहां आशीष मिश्र मोनू दो दिन से मौजूद है।
इसके बाद पुलिस चारों आरोपियों को लेकर घटनास्थल यानी तिकुनिया के लिए पूर्वाह्न 11 बजे पुलिस लाइन से रवाना हुई। अपराह्न एक बजे जांच टीम आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची, जहां पुलिस बल पहले से ही मौजूद था। इस दौरान सभी आरोपियों के साथ उनके वकील भी मौजूद रहे। जांच टीम ने सभी इंतजाम पूरे करने के बाद वहां पर क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया।
पुतले बनाकर और तेज रफ्तार गाड़ियां दौड़ाकर दोहराया तिकुनिया कांड
तिकुनियां। बृहस्पतिवार अपराह्न एक बजे जांच टीम और चारों आरोपियों के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद जांच टीम ने घटनास्थल पर क्राइम सीन के रिक्रिएशन की तैयारी शुरू कर दी। क्राइम सीन के रिक्रिएशन वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
सबसे पहले घटनास्थल से आधा किलोमीटर की दूरी पर बांस बल्लियों से बैरीकेडिंग कर दी गई। इस दौरान किसी को भी घटनास्थल की ओर जाने की इजाजत नहीं दी गई, जबकि वहां से करीब 500 मीटर की दूरी पर क्राइम सीन लिखी प्लास्टिक की पीली पट्टी से घटनास्थल के दायरे को घेर दिया गया।
जांच टीम और आरोपियों के पहुंचने के करीब आधा घंटा बाद अपराह्न डेढ़ बजे जांच टीम ने सड़क पर तेज रफ्तार में एक साथ तीन गाड़ियां दौड़ाईं। तीन गाड़ियों के काफिले में सबसे आगे पुलिस की जीप थी, उसके बाद एक फॉर्च्यूनर और उसके बाद सफेद रंग की एक ओर कार थी।
इस दौरान तेज रफ्तार में पहले चले लेकिन, रास्ते में रुक गए। इसके बाद उन्होंने दोबारा फिर प्रयास किया और तीनों गाड़ियों को तेज रफ्तार में लाकर पुतलों को टक्कर मारने की रणनीति बनाई। पहले पुतले पास-पास लगाए गए थे, जिन्हें डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने अफसरों से दूर-दूर करने को कहा। बाद में 200 मीटर नीचे गाड़ी गई और फिर तेजी से तीनों गाड़ियां आईं और पुतलों को टक्कर मारते हुए तेज रफ्तार में ही आगे बढ़ते हुए, जहां थार गाड़ी जली थी वहीं आकर कुछ फासले पर रुक गईं।
टक्कर से पुतलेे रोड पर गिर गए, जबकि इस दौरान 5-6 पुलिसकर्मियों को जांच टीम ने किसान बनाकर काले झंडे थमाए और उनको रोड पर चलवाया। यह प्रक्रिया करीब दो घंटे तक दोहराई गई। तीन अक्तूबर को जिस जिस वक्त पर जो घटना घटी, उसी टाइमिंग के अनुसार बृहस्पतिवार को क्राइम सीन रिक्रिएट किया गया। इसके बाद काफिला सीधे बनवीरपुर की ओर रवाना हो गया। जहां जांच टीम बनवीरपुर रोड पर स्थित एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी चेक किया। यह पेट्रोल पंप घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर सांसद के गांव बनवीरपुर की ओर स्थित है। शाम करीब 3 बजकर 40 मिनट पर जांच टीम मंत्री टेनी के गांव बनवीरपुर पहुंची, जहां पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में बने अखाड़े पर गाड़ियां खड़ी कर आशीष मिश्र मोनू से पूछताछ की, जिसके बाद करीब शाम चार बजे वहां से लखीमपुर के लिए रवाना हो गए।
क्राइम सीन के रिक्रिएशन के दौरान डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच, विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम, फोरेंसिक टीम के अधिकारियों ने घटनास्थल पर सड़क की जांच की और उसकी नपाई भी की। टीम ने सड़क की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश की कि इतनी चौड़ी सड़क में अधिकतम कितनी स्पीड हो सकती है। इसके अलावा अंकित दास को थार गाड़ी जलने के स्थान पर उतारा उसके बाद गुरुनानक देव एकेडमी के पास ले जाकर उनसे पूछताछ की। जांच टीम ने सभी से अलग-अलग पूछताछ की।