ललितपुर। जिले में खाद को लेकर हो रहे बवाल को देखते हुए मंगलवार को मंडलायुक्त डॉ. अजय शंकर पांडेय ने अफसरों के साथ बैठक कर खाद वितरण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 28 अक्तूबर तक जिले में खाद की चार रैक और आ जाएंगी। जिससे किसानों की खाद की समस्या का निस्तारण हो जाएगा।
जिलाधिकारी अन्नावि दिनेश कुमार ने कहा कि जनपद में आरसीएफ की रैक काकीनाड़ा बंदरगाह से चलकर नागपुर पहुंच चुकी है, जिसमें 1900 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है। आईपीएल की जो मुद्रापोर्ट से चलकर अहमदाबाद तक पहुंच चुकी है, उसमें 4100 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है। इसके अलावा इफको की जो रैक पारादीप बंदरगाह से निकल रही है उसमें 2800 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है। देवरिया को भेजे जाने वाली आईपीएल की खाद को लगातार फॉलोअप करके जनपद के लिए डायवर्ट कराया गया है, उसमें 2800 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है, जिसके बुधवार देर रात तक आने की संभावना है। वर्तमान में यह रैक मुगलसराय से चल चुका है। मंडलायुक्त ने कहा कि रेलवे अधिकारियों से लगातार बात कर इन रेलगाड़ियों के रुट क्लियर कराकर शीघ्र यहां तक पहुंचने की व्यवस्था कराई जा रही है। 28 अक्तूबर तक से किसानों को पर्याप्त मात्रा में सभी दुकानों के माध्यम से खाद उपलब्ध हो सकेगी। इस दौरान एसपी निखिल पाठक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों से अपील की कि गेहूं की बुवाई के लिए खाद का भंडारण न करें। गेहूं की बुवाई के समय पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध होगी।
उधर, मंडलायुक्त ने सभी उप जिलाधिकारियों एवं क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी भी थानाध्यक्ष के क्षेत्र से खाद का आवागमन होता है, तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मंडलायुक्त अजय शंकर पांडेय ने कहा कि संज्ञान में आया है कि खाद की दुकानों को समय से नहीं खोला जाता या बंद करके रखा जाता है, जिसके पीछे उनका उद्देश्य शासन निर्धारित दामों पर खाद को न बेचकर स्टॉक को होल्ड करके ब्लैक मार्केटिंग करने का होता है। इसके लिए एसडीएम व सीओ की जिम्मेदारी है कि वह इस स्थिति को नियंत्रित करें और स्टॉक को समय से वितरित कराए। साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाये कि खाद की दुकानें समय पर खुलें और यदि दुकानदार सूचित करने के बाद भी दुकान नहीं खोल रहे हैं, तो संबंधित दुकान का ताला तोड़कर खुलवाया जाए और एक कर्मचारी बैठाकर उपलब्ध खाद को पात्रता के आधार पर वितरित कराया जाए। कहा कि संज्ञान में आया है कि कुछ लोगों ने खाद को अपने गोदाम से हटाकर अन्य स्थान पर रख दिया है, ऐसे लोगों को चिन्हित कर गोदाम सील कराए जाए और उनका लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई करें।
मंडलायुक्त ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी लोगोें के बीच इस बात का विश्वास पैदा करें कि जनपद में खाद की कोई कमी नहीं है। सभी ग्रामों में इसकी मुनादी भी कराएं।
ललितपुर। जिले में खाद को लेकर हो रहे बवाल को देखते हुए मंगलवार को मंडलायुक्त डॉ. अजय शंकर पांडेय ने अफसरों के साथ बैठक कर खाद वितरण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 28 अक्तूबर तक जिले में खाद की चार रैक और आ जाएंगी। जिससे किसानों की खाद की समस्या का निस्तारण हो जाएगा।
जिलाधिकारी अन्नावि दिनेश कुमार ने कहा कि जनपद में आरसीएफ की रैक काकीनाड़ा बंदरगाह से चलकर नागपुर पहुंच चुकी है, जिसमें 1900 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है। आईपीएल की जो मुद्रापोर्ट से चलकर अहमदाबाद तक पहुंच चुकी है, उसमें 4100 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है। इसके अलावा इफको की जो रैक पारादीप बंदरगाह से निकल रही है उसमें 2800 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है। देवरिया को भेजे जाने वाली आईपीएल की खाद को लगातार फॉलोअप करके जनपद के लिए डायवर्ट कराया गया है, उसमें 2800 मीट्रिक टन खाद लदी हुई है, जिसके बुधवार देर रात तक आने की संभावना है। वर्तमान में यह रैक मुगलसराय से चल चुका है। मंडलायुक्त ने कहा कि रेलवे अधिकारियों से लगातार बात कर इन रेलगाड़ियों के रुट क्लियर कराकर शीघ्र यहां तक पहुंचने की व्यवस्था कराई जा रही है। 28 अक्तूबर तक से किसानों को पर्याप्त मात्रा में सभी दुकानों के माध्यम से खाद उपलब्ध हो सकेगी। इस दौरान एसपी निखिल पाठक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों से अपील की कि गेहूं की बुवाई के लिए खाद का भंडारण न करें। गेहूं की बुवाई के समय पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध होगी।
उधर, मंडलायुक्त ने सभी उप जिलाधिकारियों एवं क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी भी थानाध्यक्ष के क्षेत्र से खाद का आवागमन होता है, तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मंडलायुक्त अजय शंकर पांडेय ने कहा कि संज्ञान में आया है कि खाद की दुकानों को समय से नहीं खोला जाता या बंद करके रखा जाता है, जिसके पीछे उनका उद्देश्य शासन निर्धारित दामों पर खाद को न बेचकर स्टॉक को होल्ड करके ब्लैक मार्केटिंग करने का होता है। इसके लिए एसडीएम व सीओ की जिम्मेदारी है कि वह इस स्थिति को नियंत्रित करें और स्टॉक को समय से वितरित कराए। साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाये कि खाद की दुकानें समय पर खुलें और यदि दुकानदार सूचित करने के बाद भी दुकान नहीं खोल रहे हैं, तो संबंधित दुकान का ताला तोड़कर खुलवाया जाए और एक कर्मचारी बैठाकर उपलब्ध खाद को पात्रता के आधार पर वितरित कराया जाए। कहा कि संज्ञान में आया है कि कुछ लोगों ने खाद को अपने गोदाम से हटाकर अन्य स्थान पर रख दिया है, ऐसे लोगों को चिन्हित कर गोदाम सील कराए जाए और उनका लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई करें।
मंडलायुक्त ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी लोगोें के बीच इस बात का विश्वास पैदा करें कि जनपद में खाद की कोई कमी नहीं है। सभी ग्रामों में इसकी मुनादी भी कराएं।