मऊ। जिले के रतनपुरा ब्लाक के गुलौरी गांव में कुएं में फेंकी गई सरकारी अस्पताल की दवाइयां का मामला लखनऊ पहुंच गया है। रविवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच कर इसकी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया। मामला गरमाने के बाद रविवार का अवकाश के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की एक टीम दवा गोदाम में दवाइयों का स्टाक से मिलान किया गया।
दरअसल रतनपुरा के गुलौरी गांव के एक कुएं में तीन दिन पहले कुल लोग दवाइयों की खेप फेंक कर भाग गए। कुएं में फेंकी गई सरकारी दवाओं को लेकर बीते शनिवार को किसी ने ट्वीट कर दिया। इसपर उपमुख्यमंत्री ने रविवार को प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
रविवार को एसीएमओ डॉ. आरएन सिंह और डिप्टी सीएमओ डॉ. वकील अली के नेेतृत्व में भुजौटी स्थित दवा गोदाम में लखनऊ से आने वाली दवाओं और यहां से सभी स्वास्थ्य केंद्र पर भेजी गई खेप का रेकार्ड खंगाला गया। टीम अब रतनपुरा ब्लाक ही नहीं बल्कि जिले के सभी दसों सामुदायिक तथा 44 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर भेजी गई दवाइयों की खेप का रेकार्ड जांच रही है।
इस मामले में सीएमओ डॉ. नरेश अग्रवाल ने बताया कि सरकारी दवाइयां फेंके जाने के मामले में जांच की जा रही है। रविवार को दवा गोदाम से जनपद के सभी सरकारी स्वास्थ्य केेंद्रों चार माह में भेजी गई दवा की खेप का रेकार्ड जांचा जा रहा है। मिली दवाइयों की बैच का मिलान किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश को लेकर सीएमओ डॉ. नरेश अग्रवाल ने कहा कि जांच कर शासन से रिपोर्ट मांगी गई है। जांच के बाद मंगलवार तक रिपोर्ट तैयार कर शासन प्रशासन को भेज दी जाएगी। फिलहाल शासन से कोई लिखित आदेश जांच के लिए नहीं आया है।