मऊ/रतनपुरा। रतनपुुरा ब्लाक के गुलौरी गांव के एक कुएं में फेंकी गई दवाओं के जांच के लिए शनिवार को सदर एसडीएम के नेतृत्व में जांच के लिए टीम पहुंची। जांच के बाद पता चला कि दवाइयों की खेप सरकारी अस्पताल की है। हालांकि दवाइयां एक्सपायर हो चुकी हैं।
शनिवार की दोपहर 12 बजे सदर एसडीएम हेमंत चौधरी के नेतृत्व में औषधि निरीक्षक राघवेंद्र सिंह, रतनपुरा सीएचसी प्रभारी डॉ. हंसराज सोनी गुलौली गांव पहुंचे। कुएं में पानी ज्यादा होने के चलते तीन घंटे की मशक्कत के बाद भी दवाइयों से भरी केवल दो बोरियां ही निकाली जा सकीं। इनमें एंटीबायोटिक, आयरन आदि की दवाएं हैं। दवाएं चार से पांच माह पहले एकस्पायर हो चुकी हैं।
सदर एसडीएम ने कहा कि कुएं से निकाली गई दवाओं की जांच में पता चला कि सभी एक्सपायर हो चुकी हैं। अब बैच नंबर के मिलान में से पता लगाया जाएगा कि किस अस्पताल की दवाएं हैं। हालांकि एक्सपायर दवाओं का इस तरह से निस्तारण करना गलत है। इसकी जांच की जाएगी। मशक्कत के बाद दो बोरी दवाएं निकाली गई हैं।
इसके पहले शुक्रवार की शाम को उप मुख्य चिकित्साधिकारी एचएन वर्मा शुक्रवार की शाम को फेंकी गई दवाओं की जांच के लिए गुलौरी पहुंचे थे। बताते चलें कि बीते बृहस्पतिवार की देर रात पिकअप से पहुंचे कुछ लोगों ने दवाइयों को से भरी बोरी कुएं में फेंकी थी।
औषधि निरीक्षक राघवेंद्र सिंह ने बताया कि कुएं से मिली दवाएं सरकारी अस्पताल की हैं। कहां कि हैं यह बैच नंबर की जांच के बाद ही पता चलेगा। इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाएगी।